BNMU कुलपति ने किया सेमिनार का उद्घाटन* शिक्षा है एक शाश्वत प्रकाश : कुलपति।

*कुलपति ने किया सेमिनार का उद्घाटन*

शिक्षा है एक शाश्वत प्रकाश : कुलपति


शिक्षा एक शाश्वत प्रकाश है। इससे हमारा जीवन आलोकित होता है। यही हमें असत से सत, अंधकार से प्रकाश और मृत्यु से अमरता की ओर ले जाती है।

यह बात बीएनएमयू, मधेपुरा के कुलपति प्रो. (डॉ.) आर. के. पी रमण ने कही।

वे सोमवार को मूल्य शिक्षा : आवश्यकता एवं चुनौतियां विषयक राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन कर रहे थे।

कार्यक्रम का आयोजन शिक्षाशास्त्र विभाग, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के तत्वावधान में किया गया।

कुलपति ने कहा कि शिक्षा हमें परिपूर्ण मनुष्य बनाती है।यह हमें सम्पूर्ण चराचर जगत से जोड़ती है और पशुता से मानवता की ओर ले जाती है।

कुलपति ने कहा कि पढ़कर परीक्षा पास करना और डिग्री लेना अलग बात है, जबकि शिक्षा एवं ज्ञान प्राप्त करना अलग बात है। ज्ञान हमें जीवन की परीक्षा में सफल बनाता है।

कुलपति ने कहा कि विद्या विनम्रता देती है। जैसे फलदार वृक्ष झुक जाता है, वैसे ही ज्ञानवान व्यक्ति विनम्र हो जाता है। नैतिकवान विद्यार्थी माता-पिता व गुरु की सेवा करता है और बड़ों का आदर करता है।

विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. परमानंद यादव ने कहा कि जो शिक्षित एवं ज्ञानवान है, वही सही अर्थों में मनुष्य है। अन्यथा हम सब पशु के समान हैं।

उन्होंने कहा कि अच्छे शिक्षक से ही अच्छे विद्यार्थियों का निर्माण होता है। आगे विद्यार्थी ही बेहतर समाज एवं सबल राष्ट्र बनाता है।

सम्मानित अतिथि पूर्व कुलसचिव डॉ. कपिलदेव प्रसाद ने कहा कि मूल्य शिक्षा का सबसे मुख्य सूत्र है कि जो अपनी आत्मा के लिए दुखदायी है, वैसा आचरण नहीं करना चाहिए।

हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा कुमारी ने कहा कि शिक्षक एक कुम्हार की तरह विद्यार्थियों को सजाता-संवारता है।

मुख्य वक्ता (की-नोट स्पीकर) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के डॉ. अफताब अहमद अंसारी ने कहा कि हम सभी एक जीव के रूप में पैदा होते हैं। लेकिन शिक्षा प्राप्त करके ही हम सही मायने में मनुष्य बनते हैं।

उन्होंने कहा कि आज समाज में मूल्यों का ह्रास हो रहा है और शिक्षा व्यवस्था में भी काफी गिरावट आ गई है। आज की शिक्षा इंजीनियर, डाक्टर एवं शिक्षक आदि बना रही है। लेकिन यह मनुष्य बना पाने में नाकाम रही है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता
प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने की। संचालन संयोजक सह दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने किया।

समारोह के पूर्व प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षकों द्वारा कुलपति की महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर अगुवानी की गई और उन्हें एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डू कुमार के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड आफ आनर दिया गया। तदुपरांत कुलपति सहित सभी अतिथियों ने ठाकुर प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। सभा भवन के मंच पर संस्थापक कीर्ति नारायण मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि के बाद दीप प्रज्ज्वलन के साथ समारोह की विधिवत शुरुआत हुई। अतिथियों द्वारा
स्मारिका का लोकार्पण किया गया, इसमें कुल एक सौ सैंतीस आलेख प्रकाशित किया गया है। अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। अतिथियों का स्वागत डॉ. स्नेहा कुमारी, चंद्र किरण रीना, नेहा कुमारी, ऋषिका राज एवं किम्मी प्रिया ने कुलगीत एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया। अंत में राष्ट्रगान जन-गण-मन के सामूहिक गायन के साथ उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ।

इस अवसर पर सीएम साइंस कालेज की डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. अफाक हासमी (दरभंगा), प्रज्ञा प्रसाद, डॉ. ए. के. मल्लिक, डॉ. शंकर कुमार मिश्र, डॉ. सुमंत कुमार, रंजन कुमार, सारंग तनय, माधव कुमार, गौरव कुमार सिंह, कुंदन कुमार सिंह, अशोक कुमार अकेला, विवेकानंद, प्रीति कुमारी यादव, डिम्पल कुमारी, सुप्रिया सुमन, सुरेंद्र कुमार सुमन, प्रकाश कुमार, रंजीत कुमार, अरबिंद कुमार, प्रीति दर्शन, सुमित कुमार, प्रमोद कुमार, चंदन कुमार, मो. सुल्तान, इंद्रजीत सिन्हा, अंकित कुमार, शंकर प्रसाद सुमन, दीपक आचार्य, हेमंत कुमार, प्रियंका कुमारी सहित दर्जनों शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

*पत्र-वाचन*
तकनीकी सत्र में कई पत्र प्रस्तुत किए गए। सत्र की अध्यक्षता डॉ. तनवीर यूनुस (हजारीबाग) ने किया। समन्वयक की भूमिका डॉ. अमित कुमार ने निभाई।

*समापन समारोह आज*
संयोजक डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि मंगलवार को अपराह्न 1:00 बजे से समापन समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) ज्ञानंजय द्विवेदी होंगे। इस अवसर पर सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) राजकुमार सिंह एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) उषा सिन्हा विशिष्ट अतिथि होंगे। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर में गांधी विचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) विजय कुमार, के. पी. कालेज, मुरलीगंज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) राजीव रंजन एवं प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान सम्मानित अतिथि होंगे।