BNMU इंटरएक्टिव कक्षा का आयोजन

*इंटरएक्टिव कक्षा का आयोजन*

स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में सत्र संचालन पूर्व इंटरएक्टिव कक्षा का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मनोविज्ञान के वरिष्ठ अध्यापक एवं अकादमिक निदेशक प्रोफेसर डॉ. एम. आई रहमान ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास है। इसमें बौद्धिक विकास के साथ-साथ चारित्रिक विकास की बात भी शामिल है।

उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और वर्ग में शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि मनोविज्ञान विभाग सभी सुविधाओं से लैस है। वाईफाई की भी सुविधा उपलब्ध है, जिसके माध्यम से ई कंटेंट्स का अध्यन कर सकते हैं। साथ ही साथ सेमिनार लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकें उपलब्ध हैं। विभाग में आधुनिक प्रयोगशाला है, जिसमें मनोविज्ञानिक प्रशिक्षण से व्यक्तित्व विकास कराया जाता है। विभाग विद्यार्थियों को सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराने और उनकी हरसंभव सहायता हेतु तत्पर है।

उन्होंने विद्यार्थियों को सीबीसीएस पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही इसके मूल उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्रीड़ा सचिव डाॅ. अबुल फजल ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर बल दिया। उन्होंने अध्ययन के साथ-साथ खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेने की अपील की।

उन्होंने शिक्षा एवं खेल के सहसंबंध पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विश्वविद्यालय को खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए विद्यार्थियों से सहयोग की अपील की।

असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक दोनों वर्गों में उपस्थित रहने पर ज़ोर दिया।

असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आनंद कुमार सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए अनुशासन सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। इनमें मधु कुमारी, मौसम कुमारी, अंकिता कुमारी, मंजीदा एवं नेहा सोनी आदि प्रमुख हैं।