BNMU। उत्सवपूर्ण है प्रकृति : प्रधानाचार्य। बनेगी सेहत वाटिका

*उत्सवपूर्ण है प्रकृति : प्रधानाचार्य*

*बनेगी सेहत वाटिका*

प्रकृति-पर्यावरण उत्सवपूर्ण है। जो प्रकृति-पर्यावरण के करीब रहेगा, उसके जीवन में हमेशा उत्सव रहेगा।

यह बात ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने कही।

वे महाविद्यालय की प्रस्तावित सेहत वाटिका में पौधारोपण कर रहे थे। यह कार्यक्रम दीपावली के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इसके तहत प्रतिकात्मक रूप से नीम के दो पौधे लगाए गए।

प्रधानाचार्य ने कहा कि हमारे ॠषि-मुनि प्रकृति-पर्यावरण के करीब रहते थे। इसलिए वे लंबे समय तक स्वस्थ एवं सक्रिय जीवन का आनंद लेते थे और उनका हरदिन उत्सवपूर्ण होता था। लेकिन आज आधुनिक मनुष्य प्रकृति-पर्यावरण से दूर हो गया है। इसलिए आज हम हमारा जीवन विवादग्रस्त है।

प्रधानाचार्य ने कहा कि प्रकृति-पर्यावरण के सानिध्य में बिताया गया एक क्षण मनुष्यों के भीड़ में बिताए गए सैकड़ों वर्ष से भी श्रेयष्कर है। अतः हमें अधिक-से-अधिक समय प्रकृति-पर्यावरण के सानिध्य में बिताने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही प्रकृति- पर्यावरण संरक्षक जीवनशैली अपनानी चाहिए।

*बनेगी सेहत वाटिका*
एनएसएस पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर और एनसीसी पदाधिकारी लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार ने बताया कि गत दिनों इस बंद पड़े पार्क को खोलकर इसकी सफाई की गई है। आगे इसे सेहत वाटिका के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें विशेष रूप से नीम, आंवला, नींबू, तुलसी, एलोवेरा आदि औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही सेहत केंद्र के माध्यम से विभिन्न पौधों में मौजूद औषधीय गुणों से संबंधित जानकारी का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

पदाधिकारी द्वय ने बताया कि एनएसएस स्वयंसेवक एवं एनसीसी कैडेट्स वाटिका में लगाए गए पौधों की नियमित रूप से देखभाल करेंगे। समय-समय पर सेहत-संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न पौधों के औषधीय गुणों का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।