NSS राष्ट्र-निर्माण में भूमिका निभाएँ युवा

*राष्ट्र-निर्माण में भूमिका निभाएँ युवा*

सीएस पूजा शुक्ला ने कहा कि युवा सबसे ज्यादा ऊर्जावान वर्ग है और उनमें अपार क्षमाताएँ होती हैं। युवाओं में जटिल-से-जटिल कार्य को सरल बना देने की शक्ति होती है। अतः किसी भी राष्ट्र की दिशा और दशा वहाँ के युवाओं पर निर्भर है।

उन्होंने कहा कि युवा वर्ग अपनी जिम्मेदारियों को समझे और खुद को भटकाने वाली चीजों से दूर रखे। समाज मे व्याप्त बुराइयों एवं कुरीतियों से न केवल खुद बचे, बल्कि उनके उन्मूलन हेतु भी वचनबद्ध हो कर राष्ट्र की दशा और दिशा बदलने का कार्य करें।

उन्होंने कहा कि आज का भारत युवा भारत है और इसे सशक्त भारत बनाने का जिम्मा युवाओं के कंधों पर है।

डॉ चंद्र शेखर सिंह (नई दिल्ली) ने युवाओं में बढ़ती नशे की आदतें और रोकथाम विषय पर आवश्यक प्रशिक्षण दिया । उन्होंने कहा कि आज के वर्तमान समय मे युवाओं के बीच नशे की आदतें सिर चढ़ के बोल रही है। बड़ी संख्या में युवा नशे का शिकार हो चुका है। ये स्वच्छ समाज के ठीक नहीं है। खैनी, तम्बाकू, गुटका, भांग आदि नशे करने के साधन है। कोकीन, हीरोइन, अफीम ड्रग्स आदि काफी नशीले पदार्थ हैं।

उन्होंने कहा कि बहुत से लोग नशा के कारण अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं। बहुत से लोग नशे की सुई भी लेते हैं। कुछ लोग ग्लास में भाप सूंघ कर नशे करते हैं। ऐसा करने से उनके छाती पर असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि लोग पारिवारिक तनाव कम करने के लिए नशा करने लगते हैं। खाली दिमाग रहने पर युवा नशे का सेवन बहुत करते हैं।
बेरोजगार होने या जॉब नहीं होने पर भी नशे का शिकार हो जाते हैं।

उन्होंने कहा कि आज के युवा फ़िल्म देख कर भी उसका ही कॉपी कर नाशे करने लगते हैं।
पेपर, टीवी आदि पर विज्ञापन देख कर भी नशे करने लगते हैं।