NSS शिविर का तीसरा दिन। योग को अपनाएँ युवा : राकेश कुमार भारती

शिविर का तीसरा दिन

योग को अपनाएँ युवा : राकेश कुमार भारती
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योग हमारे शरीर, मन एवं आत्मा के बीच समन्वय स्थापित करता है। इसके माध्यम से हम समग्र स्वास्थ्य को प्राप्त कर सकते हैं।

यह बात पतंजलि योग समिति, मधेपुरा के जिलाध्यक्ष योगगुरू राकेश कुमार भारती ने कही।

वे सोमवार को अधिकलाल मध्य विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन योगाभ्यास करा रहे थे। यह कार्यक्रम ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा द्वारा आयोजित किया गया।

उन्होंने कहा कि योग विश्व को भारत की बहुमूल्य देन है। आज पूरी दुनिया योग की ओर आकर्षित है और भारत के योग शिक्षक पूरी दुनिया को स्वस्थ बनने में मदद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि योग हमें आपस में जोड़ता है। यह शरीर को मन से, आत्मा को परमात्मा से और व्यष्टि को समष्टि से जोड़ता है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि हमें सहज एवं संयमित जीवन जीना चाहिए। आप स्वस्थ रहेगे, तभी आप सर्वप्रथम अपनी सेवा कर सकेंगे। शरीर में उत्पन्न किसी बीमारी को अगर हम नज़रअंदाज करते हैं, तो एक समय ऐसा आता है कि हम अपनी भी सेवा नहीं कर पाते। हम अपाहिज बन जाते हैं।

पूर्व कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. अमोल राय ने कहा कि युवा राष्ट्र-निर्माता है। युवा सबल होगा, तो समाज एवं राष्ट्र भी सबल होगा
युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने जीवन में योग को शामिल करें।

सीएम साइंस कॉलेज, मधेपुरा में मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. ललन कुमार ने कहा कि आगे वार्ड नंबर तीन के आम नागरिक भी शिविर में आकर योगाभ्यास करेंगें।

इस अवसर पर सबों ने योग शिक्षिक के मार्गदर्शन में सामान्य योगाभ्यास किया। इसमें पद्मासन, सिद्धासन और सुखासन के अभ्यास शामिल थे। सबों ने मंगलाचरण किया और ओऊम का सामूहिक उच्चारण किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने बताया कि शिविर स्थल अधिकलाल महाविद्यालय में प्रत्येक दिन प्रथम सत्र में सुबह 8-9 तक योगाभ्यास होना सुनिश्चित है। दूसरे एवं तीसरे सत्र में प्रत्येक दिन ऑफिसर परिचर्चा होगी। इसमें मंगलवार को अकादमिक निदेशक डॉ. एम. आई. रहमान युवाओं का मनोविज्ञान विषय पर व्याख्यान देंगे और वे शिविरार्थियों को सर्वेक्षण की विधियों से भी परिचित कराएँगे। साथ ही सुप्रसिद्ध साहित्यकार डाॅ. विनय कुमार चौधरी साहित्य के महत्व पर प्रकाश डालेंगे। संध्या सत्र में उत्तराखंड की डाॅ. कविता भट्ट का युवाओं का व्यक्तित्व विकास और दिल्ली के डा. मणिशंकर प्रियदर्शी मौसम परिवर्तन और स्वास्थ्य विषय पर व्याख्यान होगा।

 

उन्होंने बताया कि सत्र के बचे समय में शिविरार्थियों द्वारा शिविर स्थल वार्ड नंबर 3 में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और विभिन्न घरों में स्वास्थ्य संबंधी सर्वेक्षण किया जाएगा।

अतिथियों का स्वागत एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार ने किया। संचालन कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन क्रीड़ा विभाग के उपसचिव डाॅ. शंकर कुमार मिश्र ने किया।

शिविर के दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता सुप्रसिद्ध मनोविज्ञान एवं अकादमिक निदेशक डाॅ. एम. आई. रहमान ने शिविरार्थियों को युवा मनोविज्ञान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शरीर एवं मन एक-दूसरे से जुड़े हैं। स्वास्थ्य शरीर में ही स्वास्थ मन का वास होता है।

उन्होंने कहा कि जीवट की आपाधापी में हमें अपने आपकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हम पहले अपनी सेवा करेंगे तभी हम समाज एवं राष्ट्र की सेवा भी कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि युवाओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ एवं सक्रिय बनाना चाहिए। हमें जो भी शारीरिक एवं मानसिक परेशानियाँ आए, उसको अविलंब दूर करना चाहिए।

द्वितीय सत्र के पूर्व बीएड विभागाध्यक्ष डाॅ. जावेद अहमद ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया। निशा कुमारी, ऋषभ कुमार झा, सौरभ कुमार आदि ने मुख्य वक्ता से प्रश्न पुछा। मुख्य वक्ता ने सबों की जिज्ञासाओं को शांत किया।

संध्या सत्र में ऑनलाइन परिचर्चा हुई। इसके मुख्य वक्ता महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मनोज कुमार ने युवाओं को गाँधी का संदेश विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि गांधी ने अपनी गलतियों से सबक लिया, उसकी पुनरावृत्ति ना करने की कसम खाई।
उन्होंने कहा कि गाँधी का पूरा जीवन हमारे लिए संदेश है। गांधी सत्य को ही ईश्वर मानते थे। गांधी का ईश्वर मंदिर, मस्जिद में नहीं, बल्कि मनुष्यों के अंदर है।

विशिष्ट वक्ता अखिल भारतीय शांति प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु भूषण दुबे ने भारतीय युवाओं का राष्ट्रीय कर्तव्य विषयक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा है कि भारतीय युवाओं का राष्ट्रीय कर्तव्य पर सबों को मंथन करने की जरूरत है। युवा अपने कैरियर के साथ-साथ देश के बारे में भी सोचें।

उन्होंने कहा कि आज जनसंख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है, जबकि प्राकृतिक संसाधन घट रहा है। साथ ही दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भी बढ़ गया है।वैज्ञानिक का अनुमान है कि आज 52 डिग्री तापमान है, जो 2030 तक 5 डिग्री तक और बढ़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रकृति के विकास में अपना योगदान दें। प्रकृति के साथ इको फ्रेंडली बने।

सम्मानित वक्ता पंडित मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल, दिल्ली सरकार, नई दिल्ली सीएमओ डा. मणिशंकर प्रियदर्शी ने स्वच्छता और स्वास्थ्य विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने युवाओं को स्वास्थ्य पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमें अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से योग, व्यायाम एवं शारीरिक श्रम को शामिल रहना चाहिए। 20 मिनट कम से कम पैदल चलना चाहिए। टाइम मैनेजमेंट रखना चाहिए। पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।

ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सारंग तनय ने किया। इसमें विशेष रूप से शोधार्थी द्वय सौरभ कुमार चौहान एवं माधव कुमार, छात्र नेता डेविड यादव, हिमांशु राज, रौशन कुमार रमण, आशीष आनन्द, माधव कुमार, प्रीति झा, नाजरे आलम आदि ने सहयोग किया।

इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका एलिस, पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ. उपेंद्र प्रसाद, डाॅ. शिवनाथ साह, डाॅ. अशोक कुमार, डाॅ. अमरेंद्र कुमार इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता डाॅ. अशोक कुमार, शोधार्थी द्वय सारंग तनय एवं सौरभ कुमार चौहान, बायोटेक विभाग के प्रणव कुमार, ज्योतिष कुमार, सतीश कुमार, सुभाष कुमार, उज्ज्वल कुमार, यादव, नीरज यादव, सुमन कुमार, अंकित कुमार, रौशन कुमार, गौरव कुमार, संयम भारद्वाज आलोक कुमार, विजयकृष्ण भारती, नंदन कुमार, अभिमन्यू कुमार, राजा कुमार, राजेश कुमार, प्रभाष कुमार, आशीष कुमार, प्रिंस कुमार, हिमांशु कुमार, सौरभ कुमार, नीशु कुमारी, सूरज प्रताप, ज्योति कुमारी, मिन्टू कुमारी, ऋतु राज, मनीषा कुमारी, क्रांति लता, नित्यानंद कुमार आदि उपस्थित थे।