BNMU गाँधी चले विद्यार्थियों की ओर कार्यक्रम 28 जुलाई को

*गाँधी चले विद्यार्थियों की ओर कार्यक्रम 28 जुलाई को*

ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में 28 जुलाई (बुधवार) को गाँधी चले विद्यार्थियों की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय, नई दिल्ली और नेशनल बैकवार्ड क्लास फाइनेंस एंड डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन (एनबीसीएफडीसी), नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित है।

*होगी ऑनलाइन गाँधी प्रश्नोत्तरी*

कार्यक्रम के आयोजन सचिव सह विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम ऑनलाइन गाँधी प्रश्नोत्तरी (क्वीज) का है। इसके तहत प्रतिभागियों से महात्मा गाँधी के जीवन एवं दर्शन से संबंधित प्रश्न पूछे जाएँगे। इसमें मुख्य रूप से कुल दस चयनित प्रतिभागी (क्वीज मेम्बरस) भाग लेंगे। इन प्रतिभागियों को पाँच टीमों (क्रमशः सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह, सर्वोदय एवं करूणा) में बाँटा गया है। प्रथम टीम में निशा कुमारी एवं निशु कुमारी, द्वितीय में सौरभ कुमार एवं संयम कुमार, तृतीय में आलोक कुमार एवं आनंद कुमार, चतुर्थ में ऋतु राज एवं सुरज प्रताप और पंचम में हिमांशु शेखर एवं मो. अलाउद्दीन हैं।

इन दस प्रतिभागियों के अलावा अन्य चालीस चयनित विद्यार्थी भी कार्यक्रम में सहभागी होंगे। कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों को पुरस्कार और सभी प्रतिभागियों एवं सहभागियों को
प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।

*प्रश्नोत्तरी के हैं पाँच नियम*

डाॅ. शेखर ने बताया कि ऑनलाइन गाँधी प्रश्नोत्तरी के पाँच नियम निर्धारित हैं। एक, सिर्फ जवाब देने वाली टीम अपना माई चालू रखेंगी। सभी सहभागी अपना माइक बंद रखेंगे। दो, मुख्य सवाल दो पॉइंट (45 सेकंड) का और बोनस सवाल एक पॉइंट (30 सेकंड) का होगा। तीन, पूछे गए प्रश्न को ध्यान से पढ़ एवं सुनकर निर्धारित समय-सीमा में जवाब देना अपेक्षित होगा। चार, निर्धारित समय-सीमा में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं देने या गलत जवाब देने पर वह सवाल अगली टीम को दे दिया जाएगा। पाँच, यदि प्रथम या द्वितीय स्थान पर रही टीम के बराबर अंक होंगे, तो उनके बीच सुपर राउंड किया जाएगा।

*गाँधी की विरासत से परिचित होंगे युवा*

डाॅ. शेखर ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को गाँधी की विरासत से परिचित कराना है। इस हेतु प्रश्नोत्तरी के साथ-साथ कई अन्य आयोजन भी सुनिश्चित हैं। कार्यक्रम की शुरूआत गाँधी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए जे पीर पराई जाण रे …’ से होगी। इसके अलावा ऑनलाइन गाँधी-कथा सुनाई जाएगी और गाँधी के जीवन से संबंधित स्लाइड-शो दिखाया जाएगा। साथ ही सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं सहभागियों को ऐतिहासिक राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय का वर्चुअल सैर कराया जाएगा और गाँधी से संबंधित दुर्लभ चित्र-प्रदर्शनी भी दिखाई जाएगी।

*कुलपति सहित कई गणमान्य लोग करेंगे शिरकत*

कार्यक्रम में कई गणमान्य विद्वान शिरकत करेंगे और युवाओं को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जीवन-दर्शन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी देंगे। इस अवसर पर भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण का अभिभाषण वर्तमान समय में गाँधी की प्रासंगिकता विषय पर होगा।

राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय के निदेशक ए. अन्नामलाई और एनबीसीएफडीसी के पूर्व प्रबंध निदेशक के. नारायण भी गाँधी के जीवन-दर्शन पर प्रकाश डालेंगे। आयोजन सचिव डाॅ. सुधांशु शेखर को युवाओं के लिए गाँधी की विरासत विषय पर प्रकाश डालने की जिम्मेदारी दी गई है।

*आयोजन समिति में हैं पाँच शिक्षक*

आयोजन समिति में पाँच शिक्षकों को शामिल किया गया है। इनमें प्रधानाचार्य प्रोफेसर डाॅ. के. पी. यादव, राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डाॅ. जवाहर पासवान, हिंदी विभाग के अध्यक्ष डाॅ. वीणा कुमारी, गणित विभाग के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार और दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर (आयोजन सचिव) के नाम शामिल हैं।

*चालीस संस्थानों का चयन*

डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय ने इस कार्यक्रम हेतु देश के चालीस संस्थानों का चयन किया है। इसमें ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा का चयनित होना गर्व की बात है। इसके लिए उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने की प्रेरणा देने वाले युवा साहित्यकार एवं गाँधीवादी विचारक डाॅ. राजीव रंजन गिरी (नई दिल्ली) और राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय, नई दिल्ली के क्यूरेटर अंसार अली के प्रति आभार व्यक्त किया है।