BNMU *बीएनएमयू का 33वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित*

*बीएनएमयू का 33वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित*

—                                                                    भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर, मधेपुरा का 33वां स्थापना दिवस समारोह बुधवार को मनाया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना 10 जनवरी, 1992 को तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सरकार द्वारा की गई थी और ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के तत्कालीन प्रधानाचार्य प्रो. रमेंद्र कुमार यादव ‘रवि’ को संस्थापक कुलपति होने का गौरव प्राप्त हुआ था।‌

उन्होंने बताया कि स्थापना काल में इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र कोसी एवं सीमांचल का सात जिलों में फैला था। लेकिन 18 मार्च, 2018 से पूर्णियां विश्वविद्यालय अलग हो गया है। अब बीएनएमयू मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल तीन जिलों में फैला है।

उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस अपनी पर वर्षभर की उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाए। विद्यार्थियों के हितों का ख्याल रखा जाए। सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों की समस्यायों का समाधान हो।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने कहा कि विगत 32 वर्षों में विश्वविद्यालय ने काफी विकास किया है। लेकिन हमें आगे बहुत कुछ करना है।

कुलानुशासक डॉ. विश्वनाथ विवेका ने कहा कि मधेपुरा में विश्वविद्यालय की स्थापना इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।

विद्वत परिषद् की सदस्या प्रज्ञा प्रसाद ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए हम सबों की एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है।

विकास पदाधिकारी डॉ. ललन प्रसाद अद्री ने कहा मधेपुरा जिला की स्थापना डॉ. जगन्नाथ मिश्र के कार्यकाल में हुई है। विश्वविद्यालय का निर्माण लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में हुआ है।

 

कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के पुराने परिसर को प्रशासनिक परिसर और नया परिसर को शैक्षणिक परिसर घोषित किया जाए। कुलपति, प्रति कुलपति एवं कुलसचिव कार्यालय को पुराने परिसर में ही रखा जाएगा।

 

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए उपकुलसचिव (स्थापना) ने कहा कि इस बार विशेष परिस्थितिवश स्थापना दिवस समारोह सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया है। लेकिन एक फरवरी को भूपेंद्र नारायण मंडल जयंती पर वृहत आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं वाणिज्य) डॉ. गोपाल सिंह, डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. उपेन्द्र यादव, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. सी. डी. यादव, डॉ. सुशील कुमार, सीनेटर रंजन यादव, राहुल यादव, सारंग तनय, माधव कुमार, सौरभ कुमार चौहान, प्रकाश कुमार, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे।