*विश्व रक्तदाता दिवस पर परिचर्चा का आयोजन*
—
ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में विश्व रक्तदाता दिवस पर राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, रेड रिबन क्लब एवं सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में “रक्त दें -आशा दें” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
इसमें उद्घाटनकर्ता सह मुख्य अतिथि के रूप में बीएनएमयू, मधेपुरा के कुलपति प्रो. बी. एस. झा की गरिमामयी उपस्थिति रही। कुलपति ने कहा कि रक्तदान महादान है। इसके माध्यम से हम किसी जरूरतमंद की जिंदगी बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका हमारे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को नियमित रूप से रक्तदान करना चाहिए।
*रक्तदान के लिए प्रेरित करना है उद्देश्य*
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में रक्तदाताओं का सम्मान बढ़ाना और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर बताया कि वर्ष 2025 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ‘रक्त दें, आशा दें’ नामक पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में लोगों का चित्रण है तथा बीच में एक बड़ी लाल रक्त की 2025 बूंद है, जिस पर लिखा है, “रक्त दें, आशा दें, साथ मिलकर हम जीवन बचाते हैं।”
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एनसीसी के एएनओ ले. गुड्डु कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में पूरे वर्ष विभिन्न अवसरों पर रक्तदान शिविर का आयोजन होता है। इसका उद्देश्य युवाओं को रक्तदान हेतु प्रेरित करना है।
इस अवसर पर सीनेटर डॉ. रंजन यादव, डॉ. अशोक कुमार अकेला, नारायण ठाकुर, मोती कुमार, सुनील कुमार, योगेन्द्र कुमार, कैडेट आदित्य, वाणी, सोनम, प्रीति, शालू, हिमांशु, धनंजय, नीतीश, कृष्णा आदि उपस्थित थे।