*त्रिदिवसीय माय भारत लीडरशिप प्रशिक्षण की शुरुआत*
प्रतिभाओं का खजाना है कोसी : कुलपति
– _मधेपुरा के विभिन्न प्रखंडों से 35 प्रतिभागी ले रहे हैं सॉफ्ट स्किल्स की ट्रेनिंग_
– _हार्टफुलनेस योग और मेडिटेशन पर विशेष सत्र आयोजित_
ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में सोमवार त्रीदिवसीय लीडरशिप बुटकैंप (प्रशिक्षण) की शुरुआत हुई।
इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता- सह-मुख्य अतिथि बीएनएमयू , मधेपुरा के कुलपति प्रो. बी. एस. झा ने कहा कि कोसी प्रतिभाओं का खजाना है। यहां के युवाओं में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्हें केवल उचित मार्गदर्शन की जरूरत है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी दिशा में उठाया गया एक मज़बूत क़दम है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष (वर्ष 2047) तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में एक परिवर्तनकारी यात्रा पर है। विकसित भारत @2047 का यह विजन एक नए भारत की कल्पना करता है। यह नया भारत न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो, बल्कि सामाजिक रूप से समावेशी, तकनीकी रूप से उन्नत एवं पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ भी हो और जिसका नेतृत्व एक गतिशील एवं सशक्त नेता द्वारा किया जाए।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पहल युवाओं में नेतृत्व, नवाचार एवं सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को प्रज्ज्वलित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे युवा समाज एवं राष्ट्र में बदलाव के वाहक बन सकेंगे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य ने बताया कि भारत को विकसित बनाने में युवाओं की सक्रिय भागीदारी अपेक्षित है। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के राजनीतिक भविष्य को आकार देने में एक लाख युवाओं को शामिल करने का आह्वान किया है। इस अनुरूप जगह-जगह फ्यूचर यूथ लीडर्स गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए इस महाविद्यालय का चयन होना प्रसन्नता की बात है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए माय भारत की उप निदेशक प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए हुस्न जहां उप निदेशक, माय भारत मधेपुरा ने बताया कि माय भारत, भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है, जबकि हार्टफुलनेस एक वैश्विक एवं अलाभकारी संस्था है, जिसका उद्देश्य ध्यान आधारित तकनीकों के बारे में लोगों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे वे एक संतुलित जीवन जी सकें।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को वर्तमान और भविष्य की जरूरतों के अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है। इससे उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास हो सके। उन्होंने कार्यक्रम के संचालन में सभी हितधारकों के योगदान की प्रशंसा की।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं की ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में लगाना और जमीनी स्तर पर विकसित भारत @2047 की नींव को मज़बूत करना है। इसके अंतर्गत युवाओं को लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली, नेतृत्व विकास एवं कैरियर नियोजन का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।
हार्टफुलनेस प्रशिक्षक पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पटना के चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार ने डिजिटल साक्षरता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसे विषयों पर चर्चा की।
पटियाला से आए हार्टफुलनेस प्रशिक्षक एवं वित्तीय मामलों के जानकार पुनीत तिवारी ने युवाओं को वित्तीय साक्षरता के बारे में जानकारी दी और हार्टफुलनेस ध्यान का अनुभव कराया।
गुरुग्राम से आए हार्टफुलनेस वॉलंटियर एवं कम्युनिकेशन एक्सपर्ट विनोद अग्रहरि ने प्रशिक्षुओं के साथ नेतृत्व कौशल, कम्युनिकेशन एवं पब्लिक स्पीकिंग जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने हार्टफुलनेस ध्यान को जीवन में शामिल करने की अपील की।
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने विधिवत दीप प्रज्ज्वलन कर की। अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ से सम्मान किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डु कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संजय परमार, के. के. भारती, अशीम आनंद एवं शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुटकैंप में मधेपुरा के विभिन्न प्रखंडों से आए 35 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें रूपेश राम, श्रवण कुमार, सुदीन कुमार, मनीष कुमार, सौरभ कुमार, नीतीश सिंह यादव, रमन कुमार, बाबू साहेब, राजेश कुमार, हर्षवर्धन आनंद, दिलशन कुमार, गुलशन कुमार, दिवंशु कुमार, मौसम, सोनू, हर्ष राज एवं अन्य प्रशिक्षु शामिल हैं।