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*गांधी के सपनों को साकार करने हेतु प्रतिबद्ध है भारत*

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*गांधी के सपनों को साकार करने हेतु प्रतिबद्ध है भारत*

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का उद्देश्य देश को केवल अंग्रेजी राज से मुक्ति दिलाना नहीं था, बल्कि वे देश को अशिक्षा एवं गंदगी से भी मुक्ति दिलाना चाहते थे। उन्होंने स्वच्छ भारत का सपना देखा था।

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यह बात प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कही। वे मंगलवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा किया गया। इसके तहत विद्यार्थियों ने पोस्टर बनाया और कैंपस तथा सड़क पर रैली निकाली गई।

 

प्रधानाचार्य ने कहा कि महात्‍मा गांधी के स्‍वच्‍छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 2 अक्‍टूबर, 2014 से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। विगत दस वर्षों में यह अभियान जन अभियान का स्वरुप ले चुका है। पूरा भारत गांधी के सपनों को साकार करने हेतु प्रतिबद्ध है।

 

*प्रत्येक दिन हो स्वच्छता कार्यक्रम*

प्रधानाचार्य ने कहा कि हमें स्वच्छता को अपनी स्वभाव एवं संस्कार में शामिल करना चाहिए।मात्र एक-दो दिन या एक पखवाड़ा तक नहीं, बल्कि प्रत्येक दिन नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए।

 

*रचनात्मक कार्यक्रम का अंग है स्वच्छता*

 

अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश में स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ रचनात्मक कार्यक्रम भी चलाया। स्वच्छता अभियान भी उनका एक प्रमुख रचनात्मक कार्यक्रम था।

 

शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद ने कहा कि मानव जीवन को स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छता अनिवार्य है। यदि हमारा शरीर तथा आस-पड़ोस स्वच्छ नहीं रहेगा, तो हम बीमारियों से ग्रस्त हो जाएंगे।

 

*बुधवार को होगा समापन*

दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वच्छता को जन अभियान बनाया गया है। इसके अंतर्गत राज्यपाल-सह- कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी विश्वविद्यालयों को स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित करने का निदेश दिया है। इसी निदेश के आलोक में कुलपति प्रो. बी. एस. झा के आदेशानुसार महाविद्यालय में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अभियान का बुधवार को समापन होगा।

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*विद्यार्थियों ने तैयार किया पोस्टर*

 

कार्यक्रम के आयोजन में पूर्व विभागाध्यक्ष अमित कुमार, विनीत राज, डॉ. सुप्रीता कुमारी, डॉ. ललन कुमार, डॉ. कुंदन कुमार सिंह, डॉ. विकास आनंद, डॉ. नदीम अहमद, डॉ. अनीश कुमार, विवेकानंद, सुप्रिया कुमारी, दीपक कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सबों के मार्गदर्शन में सभी विद्यार्थियों ने स्वच्छता से संबंधित पोस्टर तैयार किया।

इस अवसर पर शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, संजीत कुमार मुखिया, सुनील कुमार, रौशन कुमार राज, सुशांत कुमार, अविनाश कुमार, नीरज कुमार, श्रवण कुमार, मिठू कुमार सिंह, सतीश कुमार, पवन कुमार, संजीव कुमार सानू , मेघा रानी कुमारी, पूजा कुमारी, प्रीति कुमारी, सोनू कुमार, आभा कुमारी, मुश्रत परवीन, मोनिका कुमारी, कनक प्रिया कुमारी, खुशबू कुमारी, प्रवेश कुमार, सुमन कुमार, शंकर कुमार, नीलू भाई, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।

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मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद युवा संसद से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और प्रो. कैलाश प्रसाद यादव, प्रधानाचार्य, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। कीर्ति कुम्भ (स्मरण एवं संवाद) कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। उद्घाटनकर्ता सह मुख्य अतिथि प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार चौधरी, पूर्व अध्यक्ष, मानविकी संकाय, बीएनएमयू, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।

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मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। कीर्ति कुम्भ (स्मरण एवं संवाद) कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। उद्घाटनकर्ता सह मुख्य अतिथि प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार चौधरी, पूर्व अध्यक्ष, मानविकी संकाय, बीएनएमयू, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।