Poem। कविता/ जिंदगी में अभी बहुत कुछ करना है/ रुखसाना आजमी

जिंदगी में अभी कुछ करना है! धीरे-धीरे चल के आगे बढ़ना है! गिरकर फिर संभलना है। अभी तो अफसर बनना है। अभी तो अफसर बनना है!
बुलंद मेरे हौसले हैं खुद से
किए कई फैसले हैं! लंबा मेरा सफर है, मंजिल तो तय करना है।
अभी तो अफसर बनना है! अभी तो अफसर बनना है! साथ चाहिए किस्मत का! दुआ है अब अपनों का! मुश्किलें क्या रोकेगी मेरा रास्ता मेहनत से दुनिया जीतना है! अभी तो अफसर बनना है! अभी तो अफसर बनना है!
बहुत हो गया आंसुओं का सहना! बहुत हो गया नाकामी को अपना कहना। फूंक-फूंक कर कदम रखना है। अभी तो अफसर बनना है! अभी तो अफसर बनना है!

-रुखसाना आजमी, गृह विज्ञान विभाग, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा, बिहार

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