–साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के कार्यक्रम में साइबर थाना के इंस्पेक्टर ने दी जानकारी-
-कहा, भारतीय कानून में डिजिटल अरेस्ट का नहीं है कोई प्रावधान-
-बीएन मंडल के सामाजिक संकाय के डीन टीपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ कैलाश प्रसाद यादव ने दिया गुरुमंत्र, कहा- संयत रहें, लालच में न फंसे, डर के आगे जीत है-
भारतीय कानून में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है. इस तरह की बात करने पर किसी भी सूरत में डरना नहीं है. तुरंत साइबर थाना या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर अपने खिलाफ हुए साइबर अपराध की जानकारी देनी है. किसी के भी मांगने पर ओटीपी न दें. बुधवार को टीपी कॉलेज परिसर स्थित स्मार्ट क्लास भवन में प्रभात खबर द्वारा साइबर अपराध के खिलाफ आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए मधेपुरा साइबर थाना के इंस्पेक्टर महबूब आलम ने यह जानकारी दी.
कार्यशाला का शुभारंभ टीपी कॉलेज के प्राचार्य बीएन मंडल विश्वविद्यालय के सामाजिक संकाय के डीन डॉ कैलाश प्रसाद यादव, इंस्पेक्टर महबूब आलम, डॉ सुधांशु कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. विषय प्रवेश करते हुए टीपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ कैलाश प्रसाद यादव ने साइबर अपराधों से बचने का गुरुमंत्र देते हुए कहा किसी भी तरह के लालच में न फंसें, विषम परिस्थिति आने पर संयंत रहें. यह याद रखें कि डर के आगे जीत है. उन्होंने बताया कि किस तरह अपने परिजन या बाहर रह रहे बच्चों का नाम लेकर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए फोन पर उगाही की कोशिश की जाती है. लोग घबराहट एवं अज्ञानता में साइबर अपराध के शिकार हो जाते हैं.
-गेम के बहाने हो रहा है बच्चों का इस्तेमाल-
मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर महबूब आलम ने उपस्थित शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को विभिन्न साइबर अपराधियों यथा- हैकिंग, डिजिटल अरेस्ट, बाल पोर्नोग्राफी, पासवर्ड, ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी, साइबर स्टॉकिंग, फिरौती, फिशिंग आदि की जानकारी दी और इनसे बचने के उपायों पर भी प्रकाश डाला. इंस्पेक्टर आलम ने कहा कि अज्ञानता, लालच और भय के कारण लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं. यदि मोबाइल का दुरूपयोग न कर सिर्फ सदुपयोग करें तो हम ऐसे फ्रॉड से बचे रहेंगे. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर गेम खेलने वाले बच्चे का इस्तेमाल करके साइबर फ्रॉड घटना को अंजाम देते हैं. इसके अलावा फोन-पे पर रिटर्निंग व्हाट्सएप ग्रुप पर मैलवेयर लिंक भेजकर बैंक का खाता खाली किया जा रहा है. इंस्पेक्टर ने बताया कि अपने मोबाइल डिवाइस या दिमाग पर किसी भी सूरत में अपराधी का नियंत्रण न होने दें. किसी भी तरह की विषम परिस्थिति होने पर टोल फ्री नंबर 1930 या नजदीकी साइबर थाना से संपर्क करें.
-साइबर क्राइम को कहें न-
कार्यक्रम का संचालन करते दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में डिजिटल दुनिया की बड़ी भूमिका है और साइबर क्राइम इसकी राह का रोड़ा बनकर सामने आया है. अतः सरकार के साथ हमारी भी यह जिम्मेदारी है कि हम स्वयं साइबर क्राइम से बचें और दूसरों को भी बचाएं. उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन में लोभ एवं भय को मानव जीवन का शत्रु माना गया है. हमारे ग्रंथों में लोभ को पाप का कारण बताया गया है और डरा हुआ व्यक्ति मृतक के समान माना गया है. इसी दोनों शत्रु के प्रभाव में आकर हम साइबर क्राइम की चपेट में आ जाते हैं. इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपने मन को वश में रखें और उसे दृढ़ बनाएं. इसके पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्मृति चिह्न एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया.
-विशेषज्ञ से पूछ मिटायी अपनी शंका-
कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया. इसमें असिस्टेंट प्रो डॉ मनोज कुमार ठाकुर, बीएड विभागाध्यक्ष डॉ जावेद अहमद, लेखपाल डॉ अशोक कुमार अकेला सहित कई शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से प्रश्न पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान किया. कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य स्थानीय मॉडम इंचार्ज कुमार आशीष ने दिया. धन्यवाद ज्ञापन संवाददाता चंदन कुमार ने दिया. कार्यक्रम के आयोजन में संवाददाता अमित कुमार अंशु एवं राजकुमार ने सहयोग किया.
इस अवसर पर शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, सौरभ यादव, अंकित आनंद, नवनीत सम्राट, पारसमाणि कुमारी, राजाराम कुमार, निरंजन कुमार, अमित कुमार, सावित्री कुमारी, रंजना कुमारी, ज्योति कुमारी, सेनु कुमारी, कोमल कुमारी, अमित कुमार, जय कृष्ण कुमार, नैना प्रिया, अंशु कुमारी, राहुल कुमार, आरती कुमारी, आनंद कुमार, ममता कुमारी, रतन कुमारी, नूतन कुमारी, अभिलाषा कुमारी, प्रीति कुमारी, विद्यासागर, गुड़िया कुमारी, जूही कुमारी, गुरुदेव कुमार, गोलू कुमार, पूजा कुमारी, गीता कुमारी, रोजी कुमारी, रूप रंजन कुमार, अभिषेक कुमार, पुजा कुमारी, प्रीति कुमारी, प्रीतम कुमारी, आरती कुमारी, बबली कुमारी, अलेखा कुमारी, विशाखा कुमारी, रिया राज, अंजली कुमारी, ज्योति कुमारी, समीक्षा कुमारी, सवीन कुमार आदि आदि उपस्थित थे.