मेरे निर्देशन में पहली पीएचडी उपाधि हेतु खुली मौखिकी परीक्षा संपन्न
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भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर, मधेपुरा के माननीय कुलपति प्रोफेसर बी. एस. झा साहेब के आदेशानुसार आज 22 जुलाई, 2024 (सोमवार) को अपराह्न 12: 30 बजे से मेरे निर्देशन में पहली पीएचडी उपाधि हेतु खुली मौखिकी परीक्षा विश्वविद्यालय दर्शनशास्त्र विभाग, शैक्षणिक परिसर, बीएनएमयू, मधेपुरा में संपन्न हुई।
शोधार्थी श्रीमती श्याम प्रिया को ‘धार्मिक अस्मिता और राष्ट्रीय एकता : गुरु गोविंद सिंह के विशेष संदर्भ में’ विषय पर बेहतर कार्य करने हेतु बहुत-बहुत बधाई।
इसके लिए बाह्य परीक्षक प्रो. नरेश कुमार अम्बष्ट, मानविकी में प्रो. राजीव कुमार मल्लिक एवं दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. डी. पी. मिश्र के प्रति बहुत-बहुत आभार।
इस अवसर पर उपस्थित होकर मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए पूर्व कुलपति प्रो. ज्ञानंजय द्विवेदी, पूर्व विभागाध्यक्ष शोभाकांत कुमार, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. नरेश कुमार, इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. सी. पी. सिंह, समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. राणा सुनील कुमार, अर्थशास्त्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर श्रीमती प्रज्ञा प्रसाद, तैयब मेमोरियल टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, धनबाद की प्रधानाचार्या डॉ. रीना भारती, के. पी. कॉलेज, मुरलीगंज के प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. बी. एम. प्रसाद सर को बहुत-बहुत साधुवाद।
मेरी इस एकेडमिक उपलब्धि के साक्षी बने अपने बैचमेट्स डॉ. अनिल कुमार, डॉ. अमरेन्द्र कुमार, डॉ. सज्जाद अख्तर, डॉ. प्रफुल्ल कुमार, विनय कुमार, दीपक कुमार राणा एवं अजय कुमार को बहुत-बहुत धन्यवाद।
खुली मौखिकी को संपन्न करने में अपना बहुमूल्य सहयोग देने वाले अनुज सौरभ कुमार चौहान, बिमल कुमार एवं डॉ. माधव कुमार को अशेष शुभकामनाएं।
अंत में मैं अपने शोध-निदेशक दिवंगत प्रोफेसर डॉ. प्रभु नारायण मंडल साहेब का पुण्य-स्मरण करता हूं और मेरे पीएचडी शोध-प्रबंध के साथ-साथ मेरे प्रथम शोधार्थी के भी बाह्य परीक्षक प्रोफेसर जटाशंकर के श्रीचरणों में भी अपना प्रेम निवेदित करता हूं।
-सुधांशु शेखर, असिस्टेंट प्रोफेसर, दर्शनशास्त्र विभाग, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा