

NMM हमारे समृद्ध अतीत की भाषा है संस्कृत : डॉ. ठाकुर शिव लोचन शांडिल्य
*हमारे समृद्ध अतीत की भाषा है संस्कृत : डॉ. ठाकुर शिव लोचन शांडिल्य* संस्कृत या देववाणी अथवा सुर-भारती दुनिया की सबसे पुरानी उल्लिखित भाषाओं में
*हमारे समृद्ध अतीत की भाषा है संस्कृत : डॉ. ठाकुर शिव लोचन शांडिल्य* संस्कृत या देववाणी अथवा सुर-भारती दुनिया की सबसे पुरानी उल्लिखित भाषाओं में
*ब्राह्मी से हुआ है मिथिलाक्षर का विकास : डॉ. रामनरेश सिंह* ब्राह्मी लिपि भारत की ज्ञात लिपियों में सबसे प्राचीन है। इसी से ही देवनागरी
*विश्व की प्राचीनतम भाषा है संस्कृत : डॉ. ठाकुर शिव लोचन शांडिल्य* संस्कृत (संस्कृतम्) भारत की एक शास्त्रीय भाषा है, जो दुनिया की सबसे पुरानी
*बौद्ध धर्म को जानने-समझने में है पालि लिपि का है महत्व : डॉ. ललन प्रसाद अद्री* पालि एक प्रमुख लिपि है। पालि का सामान्य अर्थ
*डिजिटलाइज्ड सामग्रियों का उपयोग जरूरी : डॉ. देवेन्द्र कुमार सिंह* भारत में करीब एक करोड़ पांडुलिपियां हैं। इनमें 43.90 लाख को सूचीबद्ध किया जा चुका
*पांडुलिप के क्षेत्र में निरंतर अभ्यास जरूरी: डॉ. उत्तम सिंह* पांडुलिपियों के संग्रहण के साथ-साथ उसका संपादन एवं प्रकाशन भी जरूरी है। यह सभी कार्य
*बौद्ध धर्म को जानने-समझने में है पालि की पांडुलिपियों का काफी महत्व : डॉ. अरुण कुमार यादव* पालि ब्राह्मी परिवार की एक प्रमुख लिपि है।
*पांडुलिपियों का संग्रह ही काफी नहीं है, बल्कि उसका संपादन एवं प्रकाशन भी जरूरी है : डॉ. अरुण कुमार यादव* पांडुलिपियों का संग्रह अपने आपमें
अत्यावश्यक सूचना ———— आप सबों की सेवा में कुछ पुस्तकों का विवरण प्रस्तुत है। आप चाहें, तो आमंत्रित मूल्य पर उसे प्राप्त कर सकते हैं।
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में विगत दो वर्षों से वैश्विक महामारी कोरोना के कारण विलम्ब से चल रहे शैक्षणिक सत्रों को नियमित करने, छात्र
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