*सेहत केन्द्र का शुभारंभ*
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स्वास्थ्य मनुष्य को सबसे बड़ी ईश्वरीय देन है। स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है। इसलिए हमें स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की जरूरत है। यह बात बीएनएमयू, मधेपुरा के कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण ने कही। वे ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में गुरूवार को सेहत सेन्टर के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
कुलपति ने कहा कि मानव जीवन के सुचारू संचालन के लिए शरीर, मन एवं आत्मा तीनों का स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए हमें प्राकृतिक जीवनशैली को अपनाना होगा। आज कोरोनाकाल में हमें स्वास्थ्य एवं स्वच्छता का महत्व बखूबी पता चल रहा है।
कुलपति ने कहा कि हम सबों को कोरोना से सावधान रहना है। किसी भी परिस्थित में लापरवाही नहीं करनी है। आज भी कोरोना का खतरा बना हुआ है और तीसरा वेब आने की आशंका है। अतः हमेशा दो गज की दूरी बनाए रखें एवं मास्क का प्रयोग करें और साबून या सेनेटाइजर से हाथ धोते रहें।
विशिष्ट अतिथि प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह ने कहा कि दुनिया में रोगमुक्ति को दो अर्थ में लिया जाता है। जब हम रोगी हों, तो हमारे इलाज की व्यवस्था हो जाए, यह नकारात्मक अर्थ है। लेकिन हम पहले से वैसा उपाय करें कि हमें कभी रोग हो ही नहीं, यह सकारात्मक अर्थ है।
प्रति कुलपति ने कहा कि आज कोरोनाकाल में यह साबित हो गया कि अस्पताल खोलकर संसार को रोगमुक्त करना दुष्कर है। आज आमेरिका जैसे विकसित देस भी सभी लोगों को समुचित चिकित्सीय सुविधा नहीं दे पाए। अतः यह साबित हो गया कि सावधानी ही संपूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति का श्रेयष्कर मार्ग है। हम हमेशा यह प्रयास करें कि हमें रोग हो ही नहीं। इसलिए हम स्वास्थ्य नियमों का पालन करें।
प्रति कुलपति ने कहा कि हम लापरवाही एवं गलत जीवनशैली की वजह से भी बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। अतः हमें स्वास्थ्य रहने के लिए लापरवाही छोड़नी होगी और अपनी जीवनशैली में अमूल-चूल परिवर्तन लाना होगा।
विशिष्ट अतिथि सिविल सर्जन डा. अमरेंद्र नारायण शाही ने कहा कि सेहत सेंटर का उद्देश्य युवाओं को स्वास्थ्य दूत के रूप में तैयार करना है। इसलिए युवाओं को स्वास्थ्य संबंधी मामलों की जानकारी देने हेतु कई बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। इसके माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न मुद्दों और विशेषकर स्वच्छता, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य आदि की जानकारी प्रसारित जाएगी।
उन्होंने सरकारी स्तर पर उपलब्ध सेवाओं की जानकारी दी और लोगों के बीच एचआईवी एवं एड्स विषय पर जागरूकता बढ़ाने एवं युवाओं को स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रेरित करने पर बल दिया। इसके अलावा पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, मादक पदार्थ के दुरूपयोग से हानि, गैर संचारी रोग, कम उम्र में गर्भधारण से हानि, सही समय पर विवाह के लाभ आदि पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।
उन्होंने आश्वास्त किया कि सेहत केंद्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
सम्मानित अतिथि के रूप में पूर्व कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद ने कहा कि सेहत केंद्र की स्थापना से टी. पी. काॅलेज की प्रतिष्ठा में एक मोती जड़ गया है। यह केंद्र युवाओं को जागरूक करने में महती भूमिका निभाएगा।
एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने कोसी क्षेत्र में मात्र एक सेहत केंद्र दिया है। यह केंद्र मधेपुरा में आना एक सौभाग्य की बात है।
कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सह स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव श्री मनोज कुमार ने किया। अध्यक्षता प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने की। संचालन जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सिंडिकेट सदस्य डाॅ. जवाहर पासवान ने की।
एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स द्वारा अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दो पीयर एडूकेटर सूरज प्रताप एवं निशु कुमारी ने युवाओं को स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक जानकारी दी।
इसके पूर्व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। संस्कृत विभाग की अध्यक्ष खूशबू शुक्ला ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। प्रांगण रंगमंच की तनुजा सोनी ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
केंद्र की दिवारों पर स्वास्थ्य संबंधी स्लोगन और महापुरूषों की तस्वीरें लगाई गई हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति, मधेपुरा एवं प्रांगण रंगमंच, मधेपुरा के सहयोग से कोविड-19 टीकाकरण एवं रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ के सामूहिक गायन के साथ हुआ।
इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डाॅ. वीणा कुमारी, अर्थपाल डाॅ. ए. के. मल्लिक, पूर्व महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) डाॅ. उदयकृष्ण, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, डाॅ. उपेंद्र प्रसाद यादव, डाॅ. विजया कुमारी, दीपक कुमार राणा, खुशबू शुक्ला, डाॅ. प्रकृति, डाॅ. रोहिणी, डाॅ. यास्मीन रसीदी, डाॅ. एन. के. निराला, डाॅ. संजय परमार, डाॅ. जावेदअहमद, डाॅ. कुंदन कुमार सिंह, अमित कुमार आनंद, अमित कुमार, मधुकांत यादव, सोनु कुमार, बबलू कुमार, शशिभूषण कुमार, जितेन्द्र कुमार, रीमी कुमारी, आशीष कुमार, गोविंद कुमार, डाॅ. अशोक कुमार अकेला, विवेकानंद, डाॅ. राजकुमार रजक, माधव कुमार, धीरज कुमार, नीतीश कुमार, सौरभ कुमार चौहान, मणीष कुमार आदि उपस्थित थे।