राज्यपाल ने की कुलगीत की तारीफ
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बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने बी एन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के षष्टम दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगीत की खूब तारीफ की। बिहार का राज्यपाल बनने के बाद वे पहली बार किसी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुँचे थे। उन्होंने कहा कि मैंने आपका कुलगीत सुना। मैं जो कुछ भी आपसे बोलना चाहता हूँ मैंने पाया कि वह तो आपके कुलगीत में पहले से मौजूद है। अगर हम यह कुलगीत जो एक तरह से एक वक्तव्य है, इस विश्वविद्यालय के ध्येय से हम सबको परिचित कराता है। हम इस कुलगीत को सिर्फ पढ़ें नहीं बल्कि इसमें जो कहा गया है उसको समझें, उसको आत्मसात करें।
दीक्षांत समारोह में इस कुलगीत का गायन डॉ. गौतम कुमार सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक टीम के द्वारा किया गया जिसने कोलकाता में आयोजित ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया था।
इस कुलगीत को लिखा था भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के पीजी सेंटर, सहरसा में हिंदी की प्राध्यापिका डॉ. रेणु सिंह ने। बाद में रेणु सिंह ने रमेश झा महिला कॉलेज, सहरसा और आर एम कॉलेज, सहरसा की प्राचार्य भी रहीं। 2007 में राजभवन सचिवालय, पटना द्वारा सभी विश्वविद्यालयों को कुलगीत के लिए पत्र जारी किया गया था। उसी क्रम में डॉ. रेणु सिंह का लिखा गीत चयनित हुआ था। तत्कालीन कुलपति प्रो. कमर अहसन के कार्यकाल में दिनांक 29.12.2007 को विश्वविद्यालय के सीनेट द्वारा इस कुलगीत को विश्वविद्यालय के आधिकारिक कुलगीत के रूप में मान्यता प्रदान की गयी थी।