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BNMU मनोविज्ञान में कैरियर की असीम संभावनाएं : आर. पी. राजेश

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*मनोविज्ञान में कैरियर की असीम संभावनाएं : आर. पी. राजेश*

मनोविज्ञान विषय में कैरियर की असीम संभावनाएं हैं। इस विषय का गहन अध्ययन कर हम शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, काउंसेलर आदि रूपों में बेहतर कैरियर बना सकते हैं।

यह बात बीएनएमयू के परीक्षा नियंत्रक आर. पी. राजेश ने कही।

वे शनिवार को व्यक्तित्व विकास में मनोविज्ञान का योगदान विषयक विभागीय सेमिनार में उद्घाटनकर्ता के रूप में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग, टी. पी. कॉलेज, मधेपुरा द्वारा किया गया।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ही हमारे भविष्य हैं।‌ आज के विद्यार्थी ही कल शिक्षक एवं अन्य रूपों में समाज में जाएंगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि मानव व्यक्तित्व के कई पहलू हैं। इनमें शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक पहलू प्रमुख हैं। मनुष्य के समग्र विकास के लिए व्यक्तित्व के इन सभी पक्षों का विकास जरूरी है।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति के रंग रूप, शारीरिक बनावट, वेशभूषा, सौंदर्य आदि बाह्य लक्षणों के आधार पर उसके व्यक्तित्व का आकलन करना पूर्ण रूप से सत्य एवं उपयुक्त नहीं है। सिर्फ सुंदर एवं सुडौल शरीर और तेज दिमाग ही व्यक्तित्व का परिचायक नहीं है। एक पूर्ण मनुष्य में विभिन्न मानवीय गुणों यथा- करूणा, साहस, धैर्य एवं विवेक आदि का होना भी आवश्यक है। मानव की आंतरिक भावनाएं, मानसिकता, चिंतनशक्ति, सामाजिकता, व्यवहारिकता, आत्मविश्वास आदि हमारे व्यक्तित्व की असली पहचान हैं।

मुख्य वक्ता सहायक प्राध्यापक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि व्यक्तित्व को अंग्रेजी में पर्सनेलिटी कहते हैं, जो लैटिन शब्द परसोना से बना है, जिसका अर्थ है मुखौटा।

उन्होंने बताया कि प्राचीन समय में बाहरी रूप रेखा के आधार पर व्यक्तित्व को परिभाषित किया जाता था । लेकिन आज परिभाषा बदल चुकी है। वर्तमान समय मे बाहरी व आंतरिक गुणों के समावेश को व्यक्तित्व कहा जाता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने व्यक्तित्व- विकास के सभी पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए और व्यक्तित्व विकास की विभिन्न प्रविधियों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि व्यक्तित्व उन मनोदैहिक व्यवस्थाओं का गत्यात्मक संगठन है, जो वातावरण के साथ समायोजन स्थापित कर लेता है।

उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद विद्यार्थी एनईटी एवं पीएटी की तैयारियों पर ध्यान दें।

इसके पूर्व सभी अतिथियों को अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। ओम शिव रितेश झा ने स्वागत भाषण दिया। ब्यूटी कुमारी, आयशा, सोनम कुमारी, बबली कुमारी एवं ममता ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। मंच संचालन पूर्णिमा कुमारी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अर्जुन कुमार ने किया। कई छात्र-छात्राओं ने अपना आलेख प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर आशीष कुमार, अजीत कुमार, बबलू कुमार, रजनीश कुमार, सुधांशु कुमार पिंटू , शिवानी कुमारी, प्रियदर्शनी कुमारी, सोनम कुमारी, अनुपम अनुराग, रौनक कुमारी, बबली कुमारी, ज्योति कुमारी, पूर्णिमा कुमारी, शिवानी कुमारी, शबनम कुमारी, अर्जुन कुमार, अर्जित कुमार, रूचि कुमारी, रेणु कुमारी, रौनक कुमारी, राकेश रौशन, कुमारी आरती, बबली कुमारी, शमा प्रवीण, रजनीश कुमार रंजन आदि उपस्थित थे।

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