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BNMU अभिषद् की बैठक संपन्न। कई प्रमुख मुद्दों पर लिए गए निर्णय

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*अभिषद् की बैठक संपन्न*

  • *कई प्रमुख मुद्दों पर लिए गए निर्णय*

हमारा विश्वविद्यालय कोसी के आपदाग्रस्त क्षेत्र में अवस्थित है और यहां संसाधनों का घोर अभाव है। हम कर्मियों की कमी से भी जूझ रहे हैं। इसके बावजूद हम विश्वविद्यालय के चहुंमुखी विकास हेतु प्रतिबद्ध हैं और हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।

यह बात कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही। वे 7 मई, 2022 (शनिवार) को अभिषद् (सिंडिकेट) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

कुलपति ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में आयोजित अभिषद् (सिंडिकेट) की इस बैठक में सर्वप्रथम आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले सभी पुरखों को याद किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में 10 फरवरी एवं 17 फरवरी को सिंडिकेट की और 19 फरवरी को सीनेट का वार्षिक अधिवेशन हुआ है। गत दो सिंडिकेट और सीनेट की बैठक के सफल आयोजन हेतु उन्होंने सभी सदस्यों को बधाई दीं।

उन्होंने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन सिंडिकेट एवं सीनेट द्वारा लिए गए सभी निर्णयों के अनुपालन हेतु प्रतिबद्ध है और आगे भी सिंडिकेट की बैठक नियमित रूप से आयोजित होंगी। सीनेट का शैक्षणिक अधिवेशन आयोजित करा सकते हैं। आगे महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति से दिशानिदेश प्राप्त कर दीक्षांत समारोह की तिथि घोषित की जाएगी।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूर्व निर्णय के आलोक में डॉ. रवि की आदमकद प्रतीमा लगाने के लिए स्थल चयन हेतु शीघ्र कमिटी का गठन किया जाएगा। विश्वविद्यालय में डॉ. अंबेडकर पीठ और संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं चेयर की प्रक्रिया अविलंब पूरी की जाएगी।

बैठक में नई शिक्षा नीति के तहत नैक मूल्यांकन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार रिफ्रेशर आदि के संबंध में आवश्यक निर्णय के निमित्त गठित मोनेटरिंग सेल का अनुमोदन किया गया। साथ ही सभी महाविद्यालय, जहां एनसीसी इकाई संचालित हैं में एनसीसी का अलग खाता खोली और आप्टिकल फाइबर ट्रेनिंग की व्यवस्था करने के निर्णय का अविलंब अनुपालित कराने की जरूरत बताई गई।

*उपस्थिति*
बैठक में विधान पार्षद डॉ. संजीव कुमार सिंह, विधायक द्वय अनिरुद्ध प्रसाद यादव एवं गुंजेश्वर साह, डीएसडब्ल्यू डॉ. पवन कुमार, प्राक्टर डॉ. विश्वनाथ विवेका, कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर, मैथिली विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रामनरेश सिंह, कै. गौतम कुमार, स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. कैलाश प्रसाद यादव, स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष शोभाकांत कुमार, के. पी. कालेज, मुरलीगंज के प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान, आर. एम. कालेज, सहरसा के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार खां उपस्थित थे।

बैठक के आयोजन में वित्तीय परामर्शी नरेंद्र प्रसाद सिन्हा, वित्त पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार झा, उप कुलसचिव अकादमिक डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, विमल किशोर विमल आदि ने सहयोग किया।

*संबंधन के मामलों पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग*

बैठक में विधान पार्षद् डॉ. संजीव कुमार सिंह, विधायक द्वय अनिरुद्ध प्रसाद यादव एवं गुंजेश्वर साह, डॉ. रामनरेश सिंह एवं कै. गौतम कुमार ने सभी संबद्ध महाविद्यालयों के संबंधन के मामलों पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की। डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि लोग करोड़ों रुपए खर्च करके संस्थान खोलते हैं। विश्वविद्यालय का यह दायित्व है कि संस्थानों के संबंधन पर सकारात्मक निर्णय ले। डॉ. रामनरेश सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है और अंगीभूत महाविद्यालय सीमित हैं। अतः महाविद्यालयों को संबंधन देने में कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।

डॉ. रामनरेश सिंह एवं डॉ. संजीव कुमार सिंह ने आरएमएम ला कालेज, सहरसा में अविलंब शिक्षकों की नियुक्ति करने एवं भवन-निर्माण की पहल करने की जरूरत बताई।

अन्याय में भी सदस्यों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।

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