*सफल विद्यार्थियों ने साझा किए अपने अनुभव*
बीएनएमयू, मधेपुरा में संचालित मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन केंद्र के तत्वावधान में नेट-यूजीसी परीक्षा दिसंबर -2023 में सफल विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इससे सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों में काफी उत्साह देखा गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए।
नंदन कुमार (राजनीति विज्ञान) ने कहा कि उन्होंने दो बार नेट किया है और जेआरएफ के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम एवं मार्गदर्शन केंद्र की पढ़ाई से काफी मदद मिली है। यहां के शिक्षकों ने प्रथम पेपर को बहुत अच्छे से पढ़ाया है।
आदिल (उर्दू) ने कहा कि विश्वविद्यालय में पहली बार इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। वे सम्मान पाकर अभिभूत हैं।
कन्हैया कुमार (भूगोल) ने कहा कि वे प्रथम प्रयास में ही नेट कर चुके हैं। उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित होने पर बहुत अच्छा लग रहा है। इससे उत्साहित होकर वे आगे जेआरएफ करने का प्रयास करेंगे।
मिथिलेश कुमार भास्कर (भूगोल) ने कहा कि परिश्रम करने वालों को सफलता अवश्य मिलती है। दोनों पेपर पर ध्यान दें। उनकी दीदी असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, उनसे प्रेरणा मिली।
प्रिया कुमारी (इतिहास) ने कहा कि पढ़ाई का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। इसलिए उन्होंने उन्होंने मानक पुस्तकों का अध्ययन किया। खूब अभ्यास किया और लगातार सेट बनाया। जो यूनिट कमजोर था, उसपर विशेष ध्यान दिया।
आशीष कुमार (हिंदी) ने कहा कि धैर्य सबसे ज्यादा जरूरी है। आप बार-बार परीक्षा दीजिए। मेरे एक सर 12 बार में सफल हुए। विभाग में पढ़ाई कक्षा माहौल है। सम्मानित करने से उत्साह बढ़ता है।
कल्याणी कुमारी (हिंदी) ने कहा कि तीन बार नेट कर चुके हैं और अभी जेआरएफ हैं। जब परीक्षा नजदीक हो, उस समय कमजोर क्षेत्र को मत देखिए।
रूपम कुमारी ने कहा कि पढ़ाई का कोई अंत नहीं है। लेकिन एक तरफ से नहीं पढ़िए और जो टापिक भारी हो उसे छोड़ दीजिए। जो टापिक हल्का लगे, उसे सबसे पहले तैयार कीजिए। इससे कांफिडेंस आता है।
कुमार सत्यम ने कहा कि उन्होंने तीन बार नेट किया है।पूर्व के प्रश्नों को देखें सिलेबस बड़ा है, इसलिए पूर्व के प्रश्नों पर ज्यादा ध्यान दें।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. बी. एस. झा ने नेट-जेआरएफ उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि उनकी उपलब्धियों से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि बीएनएमयू के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। सब समुचित मार्गदर्शन एवं उपयुक्त अवसर उपलब्ध कराने की जरूरत है।
इसके पूर्व सभी सफल विद्यार्थियों को अंगवस्त्रम् एवं डायरी भेंटकर सम्मानित किया गया। अतिथियों का स्वागत कुलसचिव प्रो. (डॉ.) मिहिर कुमार ठाकुर ने किया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपकुलकचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने की। डॉ. शेखर ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। आगे भी समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगें।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार, विशिष्ट अतिथि सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार, विकास पदाधिकारी प्रो. (डॉ.) ललन प्रसाद अद्री, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजूम, सिंडिकेट सदस्य डॉ. जवाहर पासवान, एनएसएस समन्वयक डॉ. अभय कुमार, निदेशक (खेल) डॉ. अबुल फजल, परिसंपदा पदाधिकारी डॉ. शंकर कुमार मिश्र, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव, ले. गुड्डू कुमार, डॉ. अमरेन्द्र कुमार, डॉ. एस. पी. सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. अंकेश गोप, राहुल यादव, अरमान अली, सौरभ कुमार, सुधांशु कुमार आदि उपस्थित थे।
Author: Bnmu Samvad
Dr. Sudhanshu Shekhar, Bhupendra Narayan Mandal University, Laloonagar, Madhepura-852113 (Bihar), India