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BNMU प्रेरणा-सत्र का आयोजन। डायरी एवं परिचय पत्र वितरित। बिहार सरकार द्वारा वंचित वर्गों के उत्थान के लिए चलाए जा रहे हैं कई कार्यक्रम।

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*प्रेरणा-सत्र का आयोजन* डायरी एवं परिचय पत्र वितरित

*बिहार सरकार द्वारा वंचित वर्गों के उत्थान के लिए चलाए जा रहे हैं कई कार्यक्रम*

बिहार सरकार द्वारा वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।‌ इन कार्यक्रमों का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है।

 

यह बात मधेपुरा जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद ने कही।

वे शनिवार को मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र प्रेरणा-सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा बीएनएमयू में मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन केंद्र की शुरुआत की गई है। केंद्र में विद्यार्थियों को इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, पीएचडी आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण (कोचिंग) की व्यवस्था है। इससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कैरियर बनाने में मदद मिलेगी।

उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे स्वयं ज्ञान एवं कौशल अर्जित करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। अपने शिक्षकों की क्षमताओं का समुचित सदुपयोग करें। जो विद्यार्थी जितना अधिक मेहनत करेंगे, उनको उतना अधिक फल मिलेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका ने कहा कि बिहार सरकार के सौजन्य से इस केंद्र में विद्यार्थियों को नि: शुल्क प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन मिल रहा है। सभी विद्यार्थी पूरे लगन एवं मेहनत से पढ़ाई करें और केंद्र में मौजूद सुविधाओं का अधिकाधिक लाभ उठाएं।

उन्होंने कहा कि केंद्र में सीटों की संख्या सीमित है। इसलिए जो भी छात्र नामांकित हुए हैं, वे सौभाग्यशाली हैं। उनकी जिम्मेदारी है कि वे नियमित रूप से कक्षा आएं और यहां उपलब्ध सुविधाओं का समुचित लाभ उठाएं।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एम. एड. विभाग के शिक्षक डॉ. एस. पी. सिंह ने कहा कि कोई भी कार्य उद्यम से सिद्ध होता है। केवल मनोरथ करने से कार्य नहीं होता है। इसलिए विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करना चाहिए।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि केंद्र में 60-60 का दो दो बैच संचालित किया जा रहा है। प्रथम बैच में विज्ञान के सभी विषयों और दूसरे बैच में मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान के सभी विषयों को शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि संप्रति केंद्र की कक्षाएं शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रथम तल पर पूर्वाह्न 9 बजे से संचालित हो रही हैं। इसमें मुख्य रूप से बीपीएससी बैच के शिक्षकों की सेवा ली जा रही है। इसके अलावा कई वरिष्ठ शिक्षकों का भी मार्गदर्शन प्राप्त है।

अतिथियों का स्वागत करते हुए बी. एड. विभागाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि अभिप्रेरणा ही सफलता की सीढ़ी है। यदि आप अभिप्रेरित हैं, तो आपको लक्ष्य प्राप्त करने से कोई भी नहीं रोक सकता है।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एम. एड. विभागाध्यक्ष डॉ. सी. डी. यादव ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि केंद्र के विद्यार्थी बेहतर प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रौशन करेंगे। यहां के विद्यार्थियों की सफलता अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेगी।

इसके पूर्व अतिथियों का अंगवस्त्रम्, पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने एक-दूसरे का परिचय प्राप्त किया। सभी विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई कि वे नियमित रूप से कक्षा में आएंगे और पूरी ईमानदारी से तैयारी करेंगे। अंत में सभी उपस्थित विद्यार्थियों के बीच केंद्र की डायरी एवं परिचय पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में सौरभ कुमार चौहान एवं संतोष कुमार ने सहयोग किया।

इस अवसर पर नोडल पदाधिकारी डॉ. मोहित गुप्ता,  मौसम कुमारी, सोनी कुमारी, अंशु कुमारी, प्रियंका कुमारी, आरती कुमारी, अंशु कुमारी, नीतू कुमारी, रानी कुमारी, रूबी कुमारी, ललिता कुमारी, कल्पना कुमारी, आदित्य कुमार, राज किशोर कुमार, जितेंद्र कुमार, संजीव कुमार, प्रियंका कुमारी, शिवशंकर कुमार, रघुनंदन कुमार, संजीव कुमार, धर्मेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, पूजा कुमारी, पूजा कुमारी, शिवानी कुमारी, मानसी कुमारी, मयूरी, राकेश कुमार, रुपेश कुमार, सोनी कुमारी, मोना कुमारी, सुशांत कुमार, शिव शंकर आदि उपस्थित थे।

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