पत्रांक
बिहार सरकार शिक्षा विभाग।
प्रेषक,
के०के० पाठक, भा.प्र.से. अपर मुख्य सचिव।
सेवा में, सभी जिला पदाधिकारी, सभी उप विकास आयुक्त, बिहार। विषय :- जिले में शिक्षा विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आपके द्वारा उठाये जाने वाले कदम के संबंध में।
महाशय, शिक्षा विभाग से संबंधित कतिपय महत्वपूर्ण बिन्दु, जिन पर आपका ध्यान आकृष्ट करते हुए अनुरोध है कि आप इस पर त्वरित गति से निम्न प्रकार के काम करें:-
(क): बिहार विशिष्ट शिक्षक नियमावली-2023 के संबंध में:- आप अवगत है कि राज्य सरकार द्वारा दिनांक 26 दिसम्बर, 2023 को सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने हेतु अधिसूचना निर्गत की गयी है (अधिसूचना की प्रति संलग्न है)। इस हेतु एक परीक्षा ली जाएगी, जिसमें उत्तीर्ण होने पर ये नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी की सभी सुविधाएँ प्राप्त कर सकेंगे। परीक्षा की तैयारी हेतु यह आवश्यक है कि नियोजित शिक्षक के सभी आंकड़े हम भली-भाँति एकत्र करें और उसे ठीक तरह से Sanitise करें। इस संबंध में विभागीय Portal “ई-शिक्षा कोष” (e-Shikshakosh) में ये आंकड़े डाले जाते हैं। अतः आपसे अनुरोध है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेशित करें कि वे “ई-शिक्षा कोष” में नियोजित शिक्षक के संबंध में सभी प्रकार के आंकड़े डालें। आंकड़ों को डालने में अत्यंत सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि अब इन शिक्षकों को न्यू पेंशन स्कीम (NPS) के तहत भी आच्छादित किया जाना होगा। आंकड़े जितनी सटीकता से डाले जायेंगे, विभाग को इनकी परीक्षा लेने में उतनी ही सुगमता होगी। अतः इस पर काम अविलम्ब प्रारंभ करें।
(ख):-बोर्ड की परीक्षाः आप अवगत हैं कि विभाग ने वर्ष 2024 का परीक्षा कैलेण्डर निकाला है, जिसके तहत 10 जनवरी 2024 से बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ली जायेगी। बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं समाप्त होने के साथ ही 01 फरवरी 2024 से बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं भी प्रारंभ हो जाएगी। ऐसे में यह आवश्यक है कि सभी नियोजित शिक्षकों/अध्यापकों पर कड़ा अनुशासन बनाए रखा जाए। अतः यह आवश्यक है कि सभी नियोजित शिक्षकों/विद्यालय अध्यापकों की उपस्थिति सुनिशचित हो ताकि बोर्ड परीक्षा का कार्य बाधित न हो। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि नवनियोजित अध्यापकों में से भी लगभग 50 विद्यालय अध्यापक विद्यालय में योगदान देकर भगोड़ा बन चुके हैं। अगर आपके जिले में ऐसे भगोड़े अध्यापक हैं तो उन्हें तुरन्त निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही करने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया जाए।
(ग):-बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाओं की कॉपियों की जाँच:-इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक की परीक्षाएं क्रमशः 10 जनवरी 2024 एवं 18 जनवरी 2024 से प्रारंभ हो रही है। इसलिए आवश्यक है कि प्रैक्टिकल परीक्षा के बाद इस बात की मॉनिटरिंग की जाए कि विद्यालयों द्वारा इन प्रैक्टिकल कॉपियों की जाँच ससमय हो जाए। इस हेतु आपसे अनुरोध है कि जैसे ही प्रैक्टिकन की परीक्षाएं समाप्त हो जाए, आप तुरन्त सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की बैठक अपने स्तर पर करने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेशित करने की कृपा करें।
(घ):-कोचिंग संस्थानों में पढ़ानेवाले शिक्षकों को चिन्हित करनाः विभाग में अभी भी ऐसी सूचना प्राप्त होती है कि हमारे शिक्षक कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने जाते हैं। इस प्रवृति पर रोक लगनी चाहिए।
आपसे अनुरोध है कि अपने जिले के कोचिंग संस्थानों से इस आशय का प्रमाण-पत्र मांगा जाए कि उनके संस्थान में कोई सरकारी शिक्षक / अध्यापक कोचिंग कक्षाएं नहीं लेते हैं।
(ङ):-अवकाश पर नियंत्रणः- आगामी बोर्ड परीक्षा को देखते हुए शिक्षकों एवं विद्यालय अध्यापकों की अवकाश लेने की मनोवृत्ति पर नियंत्रण रखना होगा। कई जगह निरीक्षण के क्रम में यह पता चला है कि कुल उपस्थित शिक्षकों में से लगभग एक-तिहाई शिक्षक भांति-भांति के अवकाश पर थे। बोर्ड परीक्षा के समय में यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है। अतः प्रधानाध्यापकों को जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से निदेशित किया जाए कि वे अपने विद्यालयों में किसी भी हालत में 10 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत न करें।
(च):-बोर्ड की तैयारी हेतु विशेष कक्षाएं:- सभी माध्यमिक विद्यालयों में विभाग ने बोर्ड की तैयारी हेतु विशेष कक्षाएं प्रारंभ की है, जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं और छात्र-अभिभावकों ने भी इसका काफी स्वागत किया है। अतः यह आवश्यक है कि शिक्षकों के अवकाश पर चले जाने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखा जाए। “मिशन दक्ष” के तहत चलने वाली कक्षाओं का भी सकारात्मक फीडबैक मिला है। अतः इससे “मिशन दक्ष” को भी काफी मदद मिलेगी। सर्दी का मौसम चल रहा है, अतः यदि जिले में शीतलहर की स्थिति उत्पन्न होती है, तो बोर्ड प्रकीर्ण नियमावली की धारा 236 के तहत प्रमंडलीय आयुक्त से दिशा-निर्देश प्राप्त कर सकते हैं किंतु यह सुनिश्चित किया जाए कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में कोई बाधा न पहुंचे।
(ড):-National Curriculum Framework for School Education-2023:- बहुत कम लोगों को पता है कि National Curriculum Framework for School Education-2023 प्रख्यापित है। विशेषकर हमारे शिक्षकों/विद्यालय अध्यापकों को तो इस Framework की जरा भी जानकारी नहीं है। आपसे अनुरोध है कि आपके जिले में अवस्थित DIET/PTEC/CTE/ BITE इत्यादि संस्थानों में चल रहे शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों के प्रशिक्षण में उक्त Framework के बारे में भी बताएं। इस Framework के अनुसार एक वर्ष में 220 “School going days” होने चाहिए। इस Framework की जो समय-सारणी (Time Table) दी गयी है, उसके अनुसार प्रारंभिक विद्यालयों में प्रतिदिन 7.15 घंटे की पढ़ाई एवं माध्यमिक विद्यालयों में प्रतिदिन 8.35 घंटे की पढ़ाई का उल्लेख है। अतः अपने जिले के अध्यापकों/शिक्षकों/अभिभावकों को National Curriculum Framework for School Education-2023 से भी अवगत कराया जाए। इस Framework की प्रतिलिपि इस पत्र के साथ संलग्न है।
अनु०-यथोक्त ।
विश्वासभाजन,
ह०/-
(के०के० पाठक)
अपर मुख्य सचिव।
ज्ञापांक- पटना, दिनांक-
प्रतिलिपिः-अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यार्थ प्रेषित।
अपर मुख्य सचिव पटना, दिनांक 01.01.2024
प्रतिलिपिः सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक / सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी/सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी/सभी स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षा विभाग, बिहार को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित।
अपर मुख्य सचिव
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