Jharkhand। डॉ. निर्मल मिंज का निधन

डॉ. निर्मल मिंज का निधन
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झारखंड के अगुआ बुद्धिजीवी, रांची के मशहूर गोसनेर कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य, साहित्य अकादमी भाषा सम्मान से सम्मानित और हमारी साथी प्राध्यापक (वर्तमान में झारखंड के सिदो कानू मुर्मू विश्वविद्यालय की कुलपति) प्रो. सोनाझरिया मिंज के पिता डॉ. निर्मल मिंज का निधन हो गया। गुमला के छोटे से गांव में 11 फरवरी 1927 को जन्मे निर्मल मिंज ने पटना विश्वविद्यालय, पटना एवं श्रीरामपुर कॉलेज से शिक्षा ग्रहण करने के बाद मिनेसोटा विश्वविद्यालय और शिकागो विश्वविद्यालय (अमेरिका) से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने 1971 में राँची में गोसनेर कॉलेज की स्थापना की। कॉलेज अपनी दो खासियतों की वजह से महत्त्वपूर्ण रहा है- आदिवासी भाषाओं के अध्ययन की व्यवस्था और शुरू में केवल थर्ड डिवीज़न वालों को एडमिशन। कॉलेज में आदिवासी भाषा माध्यम में भी शिक्षा की व्यवस्था की गई। डॉ. मिंज ने रांची विश्वविद्यालय में आदिवासी भाषाओं की पढ़ाई शुरू करवाने में अहम भूमिका निभाई। डॉ. मिंज ने झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। वे संयुक्त राष्ट्र के आदिवासी अधिकारों के लिए कार्यरत समूह के भी सदस्य रहे। वे अच्छे लेखक और कुड़ुख के अच्छे अनुवादक भी थे। अंतिम जोहार डॉ. निर्मल मिंज।

– डाॅ. गंगा सहाय मीणा, जेएनयू, नई दिल्ली