BNMU। 19-20 मार्च, 2021 को होगा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के आयाम विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

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बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में 19-20 मार्च, 2021 को *सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के आयाम* विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन सुनिश्चित है।

यह सेमिनार शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत संचालित भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा संपोषित है।

यह सेमिनार ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों रूपों में आयोजित होगा। इसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। मात्र पचास अतिथि एवं बाह्य प्रतिभागी ही कार्यक्रम में भौतिक रूप से उपस्थित हो सकेंगे।

* शेष प्रतिभागी गूगल मीट एवं यू-ट्यूब के माध्यम से कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे।

*सभी प्रतिभागियों को उनके पते पर रजिस्टर्ड डाक से निःशुल्क स्मारिका एवं सर्टिफिकेट भेज दिया जाएगा।

*सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन गूगल फार्म भरना होगा।

ऑनलाइन पंजीकरण की तिथि 18 मार्च, 2021 और आलेख एवं शोध-सारांश भेजने की अंतिम तिथि 10 मार्च, 2021 तक निर्धारित की गई है।

प्रमुख उप विषय निम्न है-

01. राष्ट्रवाद की भारतीय अवधारणा
02. राष्ट्रवाद की यूरोपीय अवधारणा
03. वैदिककालीन राष्ट्रवाद
04. जैनकालीन राष्ट्रवाद
05. बौद्धकालीन राष्ट्रवाद
06. मुगलकालीन राष्ट्रवाद
07. ब्रिटिशकालीन राष्ट्रवाद
08. राष्ट्रवाद और पुनर्जागरण
09. राष्ट्रवाद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
10. आधुनिक भारत में राष्ट्रवाद
11. राष्ट्रवाद और अंतरराष्ट्रीयतावाद
12. भूमंडलीकरण और राष्ट्रवाद
13. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अवधारणा
14. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के तात्विक-दार्शनिक आयाम
15. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सामाजिक आयाम
16. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के आर्थिक आयाम
17. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के राजनीतिक आयाम
18. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के धार्मिक आयाम
19. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सांस्कृतिक आयाम
20. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के शैक्षणिक आयाम
21. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मनोवैज्ञानिक आयाम
22. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के भाषायी आयाम
23. राष्ट्रवाद और राष्ट्रभाषा
24. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के समसामयिक संदर्भ
25. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और धार्मिक सहिष्णुता
26. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और जातीय अस्मिता
27. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और समसामयिक समस्याएँ
28. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद : समकालीन भारतीय दार्शनिकों की दृष्टि में
29. स्वामी विवेकानंद का राष्ट्रवाद
30. रवीन्द्रनाथ टैगोर का राष्ट्रवाद
31. महात्मा गाँधी का राष्ट्रवाद
32. वीर सावरकर का राष्ट्रवाद
33. डाॅ. भीमराव अंबेडकर का राष्ट्रवाद
34. पंडित दीनदयाल उपाध्याय का राष्ट्रवाद

– *डाॅ. सुधांशु शेखर*
आयोजन सचिव
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