*जनजातीय गौरव अभियान अन्तर्गत होगा कई कार्यक्रम*
बीएनएमयू, मधेपुरा अंतर्गत आने वाले मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल जिला में जनजातीय गौरव वर्ष (15 नवम्बर, 2024 से 15 नवम्बर, 2025) के अंतर्गत धरती आबा जनभागीदारी अभियान का आयोजन किया जाएगा। इस कड़ी में 15 से 30 जून, 2025 तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
बीएनएमयू के कुलपति प्रो. बी. एस. झा तथा एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक विनय कुमार के निदेशानुसार कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर ने इस संदर्भ में सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को पत्र प्रेषित किया है। इसमें अनुरोध किया गया है कि एनएसएस इकाइयों के कार्यक्रम पदाधिकारियों को निदेशित करें कि प्रासंगिक पत्र के आलोक में अग्रेत्तर कार्रवाई करते हुए युवाओं की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।
डॉ. शेखर ने बताया कि भारत के समृद्ध इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा का नाम एक ऐसे वीर योद्धा एवं समाज-सुधारक के रूप में अंकित है। उन्होंने अपने जीवन को जनजातीय समाज की उन्नति तथा उनके अधिकारों के लिए समर्पित कर दिया। देश में हर साल 15 नवम्बर को उनकी जयंती पर भारत में राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में 15 नवम्बर, 2024 से 15 नवम्बर, 2025 जनजातीय गौरव वर्ष मनाया जा रहा है। यह वर्ष न केवल उनकी शहादत और योगदान को याद करने का है, बल्कि यह जनजातीय समुदाय की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, अनवरत संघर्ष और स्वाभिमान का उत्सव भी है।