जिंदा दिखना सबके बस की बात नहीं / सुधीर कुमार प्रोग्रामर

धरती से अंबर तक ये हालात नहीं।
मौसम पर कब्जा कर ले औकात नहीं।

मुर्दा बनकर जिंदा तो रह लेते हम।
जिंदा दिखना सबके वश की बात नहीं।

हूनर, हिम्मत, मेहनत, खून- पसीने की।
मजदूरी लेते हैं हम, खैरात नहीं।

गजलों की थाली में, ताली से बढ़कर।
शायर को भाती कोई सौगात नहीं।

आंखों से ज्यादा क्या, मेघ बरसते हैं।
“प्रोग्रामर” ने देखी ये बरसात नहीं।

https://youtu.be/6q_XWP2-iq0

-सुधीर कुमार सिंह
उर्फ़ – सुधीर कुमार प्रोग्रामर
पिता – श्री जगदीश प्रसाद सिंह
जन्म तिथि – 1 अक्टूबर 1961
जन्म स्थान – ग्राम+ पो0 खड़िया
थाना- बरियारपुर, जिला- मुंगेर ( बिहार )

संपर्क पता – अंगलोक, पार्वती मिल, सुलतानगंज, भागलपुर- 813213 ( बिहार)
शिक्षा – बी. एस-सी, पीजी डिप्लोमा इन सॉफ्टवेयर इंजिनियरिंग

भाषा ज्ञान- अंगिका, हिंदी, अंग्रेजी ( मैथिली भोजपुरी, मगही की समझ)

प्रकाशित कृति – 5- नाटक – विधवा की बेटी, चमचे का चुनाव, खामोश अदालत, तीन कट्टो बेटा, भूषणा सिनूर, छपड़ फाड़ी कॅ 3 गजल संग्रह – अनुपम, अंगजल, उधार की हँसी।

2 काव्य संग्रह – अंगरथ ( माननीय रेल मंत्री श्री नीतीश कुमार जी के करकमलों द्वारा लोकार्पित एवं भागलपुर विश्व वि. स्नातक पाठ्यक्रम में शामिल)।
कहानी – खरसूप

संपादन – क्रांति पुत्र, मंजिल, प्रगति।

अनुवाद- वसव समिति द्वारा संचालित 1008 पेज का “वचन अंगिका” ग्रन्थ अंगिका अनुवाद ( डॉ शिवनारायण के संपादन में अनुवादक टीम के साथ)

सरकारी कार्यक्रम में भागीदारी – कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार द्वारा आयोजित भारतीय कविता समारोह, तारामंडल पटना के कार्यक्रम में 21, 22, एवं 23 नवम्बर 2014 को अंगिका का प्रतिनिधित्व।

साहित्य अकादमी दिल्ली द्वारा 13, 14 मई 2017 को दरभंगा क्र सम्मलेन में अंगिका का प्रतिनिधित्व

मैथिली- भोजपुरी अकादमी दिल्ली द्वारा गणतंत्र दिवस 2017 के पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन में अंगिका का प्रतिनिधित्व।

सम्मान – दलित साहित्य अकादमी दिल्ली द्वारा बाबा साहेब आंबेडकर फेलोशिप सम्मान।
गोपाल सिंह नेपाली रजत सम्मान 2016
महाकवि आरसी प्रसाद सिंह रजत सम्मान- 2017 लगभग 200 से अधिक साहित्यिक सम्मान एवं पुरस्कार।

मंच साझा – अशोक वाजपेयी, केदारनाथ सिंह, उषा किरण खान, रामवचन राय, आलोक धन्वा, डॉ शिवनारायण, रामधारी सिंह दिवाकर, नचिकेता, अनिरुद्ध सिन्हा, छंदराज, तेजनारायण कुशवाहा, डॉ अमरेन्द्र, सुमन सुरो, विश्वनाथ तिवारी आदि।

प्रसारित – आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर लगातार कविता, गीत, गजल, कहानी एवं परिचर्चा

संप्रति- महासचिव, अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच।