NSS। कोरोना से जंग, एनएसएस के संग

वीडियो कांफ्रेंसिंग में भागीदारी
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के निदेशानुसार बिहार राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयकों,  जिला नोडल पदाधिकारियों, कार्यक्रम पदाधिकारियों और सक्रिय स्वयंसेवकों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग 6 मई, 2020 को अपराह्न 12.15 बजे से आयोजित की गई। इसके माध्यम से  कोराना के खिलाफ जारी जंग में शामिल योद्धाओं (स्वयंसेवकों) को आवश्यक प्रशिक्षण (ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स) दिया जाएगा।
इस अवसर पर मंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार प्रमोद कुमार ने कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत विश्विक कोरोना महामारी से प्रभावित है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। बिहार में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 536 हो गई है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। यहाँ सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें  राष्ट्रीय सेवा योजना की महती भूमिका है। राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना महात्मा गाँधी के जन्म शताब्दी वर्ष  1969 ई. में की गई है। इसका सूत्र वाक्य है मैं नहीं आप। यह विद्यार्थियों को संवेदनशील बनाता है और समाज एवं राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा देता है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के अंदर सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना का विकास करना है।
उन्होंने बताया कि बिहार देश का सबसे युवा राज्य  है। यहाँ एनएसएस के लगभग 66 हजार 800 स्वयंसेवक हैं। एनएसएस के माध्यम से जिला प्रशासन के साथ मिलकर राज्य में जनजागरूकता एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है। बैंक, हाट, बाजार आदि में सोशलडिस्टेंसिंग का पालन कराने में सहयोग किया जा रहा है। आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराया गया है। बड़ी संख्या में मास्क, साबुन एवं सेनेटाइजर और भोजन पैकेट का वितरण किया गया है।
कार्यक्रम में कई विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं का कहना था कि कोरोना से सावधान रहना जरूरी है, लेकिन इससे डरना नहीं है। विभिन्न सावधानियाँ रखने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। कोरोना से मृत्युदर काफी कम है। बिहार में चार लोगों की कोरोना से मौत हुई है। चारों पहले से दूसरे असाध्य बीमारियों से ग्रसित थे। दो किडनी और दो कैंसर के मरीज थे।
वक्ताओं ने कहा कोरोना या किसी भी बीमारी के संबंध में अफवाहों से बचें। कोई भी फेक मेसेज वाट्सप, फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया में शेयर नहीं करें। बीमार व्यक्ति से घृणा नहीं करें। स्वास्थ्यकर्मियों एवं अन्य कोरोना वारियर्स के साथ अच्छा व्यवहार करें।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय निदेशक सौरभ साह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का काफी महत्व है।
हम सुरक्षा मानकों का शत-प्रतिशत पालन करें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। बार-बार साबुन या सेनेटाइजर से हाथ धोएं। जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं, उनका ट्रैवल हिस्ट्री पता करें। चिकित्सकों एवं अन्य कोरोना वारियर्स के साथ अच्छा व्यवहार करें।
उन्होंने कहा कि जैसे हमने पोलियो को अभियान चलाकर हराया, वैसे ही हम कोरोना को भी हराएँगे। यह लड़ाई लंबी है। लेकिन एक दिन कोरोना हारेगा-देश जीतेगा।
राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय निदेशक सौरभ साह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना ने शुरू से ही समाज एवं राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहा है। यह कोरोना संक्रमण से बचाव में भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है।
उन्होंने बताया कि वे मूलतः बिहार के ही निवासी हैं और वे पुलिस अधिक्षक के रूप में मधेपुरा में भी काम कर चुके हैं। आगे वे बिहार में एनएसएस की गतिविधियों को गति देंगे। एनएसएस स्वयंसेवकों को कैरियर में भी मदद मिले, इसके पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के आयोजन में  एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक, पटना विनय कुमार ने महती भूमिका निभाई। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, नेहरू युवा केन्द्र आदि की भी महती भागीदारी रही।
बीएनएमयू के एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार ने बताया कि बीएनएमयू क्षेत्रान्तर्गत सभी तीनों जिलों के नोडल पदाधिकारियों, कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं बड़ी संख्या में  स्वयंसेवकों ने इसमें भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर, स्नातकोत्तर इकाई के डाॅ. शंकर कुमार मिश्र, सीएम साइंस काॅलेज के डाॅ. संजय कुमार, मधेपुरा काॅलेज के विजेन्द्र मेहता, आर. पी. एम. काॅलेज के बालकृष्ण प्रसाद  उपस्थित थे।