BMMU पुस्तकालय शिक्षण संस्थान का दिल होता है : अफरोज अहमद

*पुस्तकालय शिक्षण संस्थान का दिल होता है : अफरोज अहमद*

मधेपुरा। पुस्तकालय का सभी मनुष्यों के जीवन और सभी संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। यह किसी भी शिक्षण संस्थान का दिल होता है।

यह बात खुदा बख्श लाइब्रेरी के पुस्तकालयाध्यक्ष अफरोज अहमद ने कही। वे शनिवार को केंद्रीय पुस्तकालय में आयोजित आल बिहार ट्रेंड लाइब्रेरियन एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मानव जीवन की गति दिल की धड़कन पर निर्भर है, वैसे ही सभ्य राष्ट्र का जीवन पुस्तकालय पर निर्भर होता है। जो राष्ट्र पुस्तकालय का महत्व समझेगा, वही विकास करेगा।

उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों एवं विद्यालयों में लाइब्रेरियन के हजारों पद खाली हैं। लाइब्रेरियन की बहाली को लेकर सरकार गंभीर होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि गूगल एवं फेसबुक कभी भी पुस्तकों का स्थान नहीं ले सकता है। कम्यूटरीकरण के बावजूद पुस्तकालय विज्ञान के प्रोफेशनल का महत्व कायम है। आज भी पुस्तकालय के क्षेत्र में अवसर की कमी नहीं है। लेकिन इसके लिए हमें इस क्षेत्र में महारथ हासिल करना होगा। सिर्फ डिग्री लेने से काम नहीं होगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि बिहार में पुस्तकालय विज्ञान के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार हो रहा है।

उप कुलसचिव अकादमिक डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि विश्वविद्यालय में पुस्तकालय विज्ञान में स्नातक एवं स्नातकोत्तर का पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। आगे कुलपति से आदेश प्राप्त करते हुए पुस्तकालय विज्ञान में पीएच. डी. की पढ़ाई शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए विद्वत परिषद् की आगामी बैठक में प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा।

एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने बताया कि लाइब्रेरियन की बहाली के संबंध में सरकार से वार्ता हुई है। सातवें चरण में लाइब्रेरियन की भी बहाली होगी। इसी को लेकर पटना में 12 अगस्त को पूरे बिहार के छात्र जुट रहे हैं। पुस्तकालय विज्ञान के जनक एसआर रंगनाथन के जन्मदिवस पर बीआईए हाल, पटना में राज्यस्तरीय सम्मेलन होने जा रहा है।

अतिथियों का स्वागत करते जिलाध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि शीघ्र ही केंद्रीय पुस्तकालय में एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।

संचालन पृथ्वीराज यदुवंशी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन महिला प्रभारी जयश्री कुमारी ने की।

इस अवसर पर सहरसा जिलाध्यक्ष रामानंद ठाकुर, सुपौल जिला अध्यक्ष अभिलाष कुमार एवं उपाध्यक्ष सोना कुमार सिंह, डॉ. राजीव रंजन, मनीष कर्ण, सुभाष, ब्यूटी, गिरिजेश कुमार, मनीष कुमार, शशि कुमार, अभिषेक कुमार, विभूति कुमार, पुरूषोत्तम कुमार, लालू कुमार, मिथून कुमार, डेजी कुमारी, मधु कुमारी, कोमल कुमारी, स्नेहलता कुमारी, नीतु कुमारी, प्रेमलता कुमारी, स्नेहा, रूची, लूसी कुमारी, स्मृति कुमारी, अनिता कुमारी, गीतांजलि भारती, सिम्पल ज्योति, प्रेरणा कुमारी, अनामिका, पल्लवी केसरी, पंकज कुमार मंडल, बिभोर कुमार, मुन्ना कुमार आदि उपस्थित थे।