इतिहास के पन्नों में नयागाँव, परबत्ता

इतिहास के पन्नों में नयागाँव, परबत्ता
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बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह जी का इस क्षेत्र से गहरा सम्बन्ध रहा है। इनका पहली बार परबत्ता में आगमन सन 1921 में तिलक स्वराज फंड के चंदे के क्रम में हुआ था। उस वक्त वे प्रांतीय समिति के संयोजक के पद पर थे।

सन 1930 के मई-जून माह के समय इस क्षेत्र में महामारी फैल गई थी। डॉ. श्रीकृष्ण सिंह उस समय घर-घर जाकर मरीजों से मिले थे।

परबत्ता प्रखंड का कई इलाका गंगा की बाढ़ की चपेट में प्रत्येक वर्ष आ जाता था। सन 1937 में गोगरी नारायणपुर बांध का एजेंडा पास हुआ और सन 1952 में इस बांध का निर्माण हो सका।

मातृभूमि की सेवा और इसके लिए मर मिटने की भावना परबत्ता के क्रांतिवीरों में कभी कम नहीं हुई। 14 अगस्त, 1930 को अगुवानी जहाज घाट पर अंग्रेजों के आगमन को रोकने के लिए सैकड़ो की संख्या में यहाँ के क्रांतिकारी लाठी – भाला लेकर पहुंचे थे। सबडिवीजनल ऑफिसर सार्जेंट और सैनिकों के साथ जहाज से पहुँचे और भीड़ पर गोलियां चलाने लगीं। इस घटना के बाद डुमरिया खुर्द और कन्हैयाचक में पुलिस केम्प खोला गया था।

वर्ष 2001 में कारगिल में मुरादपुर गांव निवासी स्व अरविंद झा‌‌ शहीद हो गए थे । नयागांव, पचखुट्टी निवासी दारोगा स्व अखिलेश कुमार सिंह 21 मई, 1999 को जहानाबाद बारूदी सुरंग बिस्फोट में शहीद हो गए थे।

नयागांव की दुर्गा माँ स्वर्ण देवी के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह मंदिर सन 1975 ईस्वी में आयी विनाशकारी बाढ के भेंट चढ़ गई। लेकिन ग्रामीणों की लगन एवं श्रद्धा से सन 1979 में मंदिर का निर्माण किया गया। पुनः वर्ष 2010 में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ। यहाँ पर आये भक्त कभी खाली हाथ लौट कर नही जाते हैं। सबकी मनोकामना पूर्ण होती है।

प्रथम मध्य विद्यालय की स्थापना नयागांव में सन 1915 ई में हुआ था। विद्यालय के प्रांगण में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की आदमकद प्रतिमा वर्ष 2018 में स्थापित किया गया।

सन 1940 ईस्वी में नयागांव में श्री बाबू द्वारा उच्च विद्यालय की स्थापना की गई। यह उच्च विद्यालय इनके नाम से ही है । विद्यालय प्रांगण में श्री बाबू की संगमरमरी प्रतिमा भी स्थापित है। इस विद्यालय के कई छात्र उच्च पद को सुशोभित किये और कर भी रहे हैं ।

नयागांव निवासी, परबत्ता विधायक एवं पूर्व परिवहन मंत्री श्री आर. एन. सिंह जी इस विद्यालय के शिक्षक भी रहे है।

मारूति नंदन मिश्र, नयागाांव