BNMU ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की सादगी, विनम्रता एवं कर्तव्यनिष्ठा हमेशा प्रेरणादायी है : कुलपति

ए. पी. जे. अब्दुल कलाम एक आदर्श मानव थे। उनकी सादगी, विनम्रता एवं कर्तव्यनिष्ठा हमेशा प्रेरणादायी है।

यह बात भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण ने कही।

वे पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की 7वीं पुण्यतिथि पर बोल रहे थे। यह आयोजन जो करेंगे मधेपुरा को गौरवान्वित, डाॅ. मधेपुरी करेंगे उन्हें सम्मानित नाम से टी. एन. बी. ट्रस्ट, मधेपुरा के तत्वावधान में किया गया था।

कुलपति ने कहा कि हम कलाम के आदर्शों को जीवन में अपनाएँ, तो यह आयोजन सार्थक होगा। उन्होंने कहा कि सफलता का एक ही सूत्र है, अपने कार्यों के प्रति समर्पण। यदि हम ईमानदारीपूर्वक अपना काम करें, तो हमें किसी के आगे भी झुकना नहीं पड़ता है।

कुलपति ने कहा कि कलाम के मन में शिक्षक के प्रति असीम आदर एवं सम्मान था। वे शिक्षक के पद को राष्ट्रपति से भी बड़ा मानते थे।

कुलपति ने कहा कि कलाम का संदेश है कि सोते हुए रात्रि में सपना नहीं देखें, बल्कि जागते हुए सपना देखें। कभी भी एक लक्ष्य की प्राप्ति के बाद रुकें नहीं, बल्कि हमेशा आगे बढ़ते रहें।

डाॅ. मधेपुरी ने कहा कि कलाम ने रामेश्वरम् से राष्ट्रपति भवन तक की यात्रा की। उनकी यह यात्रा शून्य से शिखर की यात्रा है।

उन्होंने कहा कि कलाम सही मायने में भारतीयता के प्रतिनिधि थे। उनका जीवन पूरी तरह अहंकाररहित था। वे यह मानते थे कि जो दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाते हैं, उनका ही जीवन सार्थक होता है।

पूर्व कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद ने कलाम के जीवन को प्रेरणादायी बताया।

इस अवसर पर अधिकार एवं हक की लड़ाई लड़ने के लिए सिंडिकेट सदस्य डाॅ. जवाहर पासवान और महिलाओं को शिक्षित करने वाली शिक्षिका शिवानी सिंह को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने की। संचालन पृथ्वीराज यदुवंशी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डाॅ. अरूण कुमार ने की।

इस अवसर पर बीएनएमभी काॅलेज के शिक्षक डाॅ. के. के. सिंह, भाजपा महिला मोर्चा की रीता राय, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, डाॅ. उपेंद्र प्रसाद यादव, डाॅ. विजया कुमारी, डाॅ. स्वर्ण मणि, डाॅ. रोहिणी, लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार, खेल प्रशिक्षक संत कुमार, डाॅ. सुभाष पासवान, डाॅ. संजय परमार, डाॅ. राजकुमार, रंगकर्मी विकास कुमार, इशा असलम आदि उपस्थित थे।