

ICPR। ‘सभ्यता का गांधीवादी दर्शन’ विषयक व्याख्यान का आयोजन
महात्मा गाँधी मात्र एक सैद्वांतिक दार्शनिक नहीं थे, बल्कि वे व्यावहारिक दार्शनिक एवं दूरदर्शी जननायक भी थे। उन्होंने अपने विचारों एवं कार्यों के जरिए पूरी
महात्मा गाँधी मात्र एक सैद्वांतिक दार्शनिक नहीं थे, बल्कि वे व्यावहारिक दार्शनिक एवं दूरदर्शी जननायक भी थे। उन्होंने अपने विचारों एवं कार्यों के जरिए पूरी
जिले में सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली संस्था प्रांगण रंगमंच द्वारा आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह रविवार को प्रांगण रंगमंच
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