*माय भारत लीडरशिप बूटकैंप के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने सीखे व्यक्तित्व विकास के गुर*
– _मधेपुरा के टीपी कॉलेज में 21 से 23 जुलाई तक चल रहा है नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम_
– _युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित_
– _हार्टफुलनेस के प्रशिक्षक दे रहे हैं लीडरशिप, कम्युनिकेशन और मेडिटेशन की ट्रेनिंग_
– _दूसरे दिन आयोजित किए गए करियर गाइडेंस, सरकारी स्कीम और व्यक्तित्व विकास के सत्र_
ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा चल रहे त्रिदिवसीय लीडरशिप बूटकैंप के दूसरे दिन प्रतिभागियों को लीडरशिप से जुड़े अनेक विषयों की ट्रेनिंग दी गई। दूसरे दिन की शुरुआत सुबह चेयर योगा, और हार्टफुलनेस मेडिटेशन के साथ हुई। सभी प्रतिभागियों ने इस सत्र के बाद ख़ुद को ज़्यादा ऊर्जावान, और भीतर से शांत महसूस किया, जो प्रभावी नेतृत्व और निर्णय क्षमता के लिए बेहद अनुकूल दशा है।
इसके बाद प्रतिभागियों ने युवा संसद सत्र में भागीदारी की, और ‘एक देश-एक चुनाव’ के मुद्दे पर अपने-अपने विचार रखे। सत्र के अगले हिस्से में प्रतिभागियों ने सामूहिक गतिविधि के जरिए स्थानीय और क्षेत्रीय मुद्दे पर प्रस्तुतियां देकर, इनकी ओर लोगों का ध्यान खींचने की कोशिश की। इसके बाद छात्रों को भारत सरकार और बिहार सरकार की उन प्रमुख योजनाओं के बारे में बताया गया, जो युवाओं के लिए बनाई गई हैं।
प्रतिभागियों को करियर से जुड़े विभिन्न विकल्पों और इससे जुड़ी बातों की भी जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्हें यह भी बताया गया कि किस प्रकार वे अपने व्यक्तित्व को को स्किल्स के जरिए बाहर से और हार्टफुलनेस ध्यान पद्धति के ज़रिये भीतर से तैयार कर सकते हैं। दूसरे दिन के सत्र के समापन के समय प्रतिभागियों को टीम वर्क, और कम्युनिटी मोबिलाइजेशन के महत्व से जुड़ी गतिविधियां कराई गईं। इन सभी विषयों का प्रशिक्षण हार्टफुलनेस संस्था से आए विषय विशेषज्ञों- पुनीत तिवारी, विनोद अग्रहरि और डॉ. सुनील कुमार, तथा माय भारत की टीम की तरफ़ से किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन टीपी कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर लायंस क्लब, मधेपुरा के पूर्व अध्यक्ष अग्रणी घोष ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। युवा पीढ़ी की यह जिम्मेदारी है कि वे वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएं।
सुप्रसिद्ध दंतरोग विशेषज्ञ डॉ. यामिनी सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य युवा ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। अतः युवाओं को अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि महाविद्यालय में लगातार युवाओं के लिए उपयोगी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसमें युवाओं की अधिकाधिक भागीदारी अपेक्षित है।
माय भारत, मधेपुरा की उप निदेशिका श्रीमती हुस्न जहां ने प्रशिक्षण सत्र को काफ़ी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की इन स्किल्स को युवा अपने भविष्य को संवारने के लिए इस्तेमाल करेंगे। माय भारत के कार्यक्रम सहायक राजा ठाकुर ने युवाओं को आज के समय की ज़रूरत के अनुसार स्किल सीखने पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम के आयोजन में एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डु कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संजय परमार, के. के. भारती, अशीम आनंद एवं शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुटकैंप में मधेपुरा के विभिन्न प्रखंडों से आए 35 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें रूपेश राम, श्रवण कुमार, सुदीन कुमार, मनीष कुमार, सौरभ कुमार, नीतीश सिंह यादव, रमन कुमार, बाबू साहेब, राजेश कुमार, हर्षवर्धन आनंद, दिलशन कुमार, गुलशन कुमार, दिवंशु कुमार, मौसम, सोनू, हर्ष राज एवं अन्य प्रशिक्षु शामिल हैं।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे पूर्व मंत्री
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माय भारत और हार्टफुलनेस द्वारा आयोजित इस तीन-दिवसीय बूटकैंप का समापन बुधवार को हो रहा है। इसमें मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री रमेश श्रषिदेव तथा विशिष्ट अतिथि पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य स्वदेश यादव होंगे।