*बीएनएमयू के 450 विद्यार्थियों को मिलेगा आपदा मित्र का प्रशिक्षण*
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पटना द्वारा बीएनएमयू के 450 विद्यार्थियों को मिलेगा आपदा मित्र का प्रशिक्षण मिलेगा। इसमें मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल के 150-150 विद्यार्थी शामिल होंगे। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि इस प्रशिक्षण में एनएसएस के अलावा एनसीसी एवं अन्य संगठनों से जुड़े विद्यार्थी विद्यार्थी भी भाग ले सकेंगे। प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क होगा। इसके लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गई है।
*दिसंबर में आयोजित होगा प्रशिक्षण*
उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण आवासीय होगा, जो दिसंबर में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए तीनों जिले से एक-एक महाविद्यालय का चयन किया जाएगा। मधेपुरा में दिसंबर के प्रथम सप्ताह, सहरसा में दिसंबर के द्वितीय सप्ताह एवं एवं सुपौल जिले में तृतीय सप्ताह में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
*प्रशिक्षित लोगों की बढ़ी है मांग*
उन्होंने बताया कि आपदा एक प्राकृतिक या मानव निर्मित जोखिम है। इससे मानव, समाज एवं पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभावित पड़ता है। बाढ़, सुखा, चक्रवाती तूफानों, भूकम्प, भूस्खलन, वनों में लगनेवाली आग, ओलावृष्टि, टिड्डी दल और ज्वालामुखी फटने जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है और इन्हें रोकना भी मुश्किल है। लेकिन इनके प्रभाव को एक सीमा तक जरूर कम किया जा सकता है, जिससे कि जान-माल का कम से कम नुकसान हो। इसमें आपदा- प्रबंधन की महती भूमिका होती है और इस क्षेत्र में प्रशिक्षित लोगों की मांगें बढ़ी हैं।
*आपदाग्रस्त कोसी के लिए महत्वपूर्ण अवसर*
उन्होंने बताया कि पूरा बिहार और विशेषकर कोसी क्षेत्र विभिन्न आपदाओं से ग्रसित है। ऐसे में यहां आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाना अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। इससे युवाओं को रोजगार का अवसर भी मिलेगा और वे समय आने पर अपनी एवं अपने समाज की मदद भी कर सकेंगे। इस तरह यह प्रशिक्षण आपदाग्रस्त कोसी के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
-सुधांशु शेखर, 24 अक्टूबर, 2025














