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गिरिजा व्यास के निधन पर अभादप ने जताया शोक

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गिरिजा व्यास के निधन पर अभादप ने जताया शोक
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अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के पदाधिकारियों ने सुप्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एवं लेखिका गिरिजा व्यास (8 जुलाई 1946 -1 मई 2025) के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

परिषद् के अध्यक्ष प्रो. अम्बिका दत्त शर्मा ने बताया कि राजसमंद जिले के नाथद्वारा में जन्मी गिरिजा व्यास एक भारतीय राजनीतिज्ञ, कवि और लेखिका थीं। वे परिषद की सक्रिय सदस्य थीं और इसके अधिवेशनों में शामिल होती थीं।

*दर्शनशास्त्र की प्रोफेसर थीं गिरिजा*
उन्होंने बताया कि गिरिजा के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे और मां शिक्षिका थीं। उन्होंने उदयपुर विश्वविद्यालय (वर्तमान में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय) से स्नातक एवं स्नातकोत्तर और दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थीं। उन्होंने दर्शनशास्त्र विभाग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर में प्रोफेसर के रूप में भी काम किया था। उनकी आठ पुस्तकें प्रकाशित हैं।

*कांग्रेस नेता थीं गिरिजा*
उन्होंने बताया कि गिरिजा सन् 1990 से लगातार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रहीं। वे 1993 में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं और 2009 में कांग्रेस पार्टी की मुख्य सचेतक रहीं। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुखपत्र कांग्रेस संदेश पत्रिका के मुख्य सम्पादक की भूमिका भी निभाई और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

*राजस्थान की राजनीति में अहम योगदान*

उन्होंने बताया कि गिरिजा ने राजस्थान की राजनीति में एक अहम योगदान दिया। उन्होंने पहली बार सन् 1985 में उदयपुर विधानसभा सदस्य के रूप में संसदीय राजनीति में प्रवेश किया और फिर निरंतर आगे बढ़ती रहीं। आगे जल्द ही उन्होंने दिल्ली की राजनीति में भी अपनी पहचान बना ली और लगातार कई पदों पर रहीं। वे 2008 में राजस्थान विधानसभा में वापस लौटीं और एक साल बाद इस्तीफा दे दिया था।

*पांच बार रहीं लोकसभा सदस्य*
सचिव प्रो. किस्मत कुमार सिंह ने बताया कि गिरिजा पांच बार लोकसभा सदस्य बनीं। उन्होंने सन् 1991 में 10वीं, सन् 1996 में 11वीं, 1998 में 12वीं और 1999 में 13वीं लोकसभा में लगातार चार बार उदयपुर का प्रतिनिधित्व किया। वे आखिरी बार सन् 2009 में 15वीं लोकसभा में चित्तौड़गढ़ से विजयी हुई थी़ं।

*केंद्रीय मंत्री के रूप में किया महत्वपूर्ण कार्य*
उन्होंने बताया कि गिरिजा ने केंद्रीय मंत्री के रूप में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। वे सन् 1991 से 1993 तक नरसिम्हा राव सरकार में सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री के रूप में काम किया। उन्होंने बताया कि गिरिजा व्यास 2013 में मनमोहन सिंह सरकार में आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री रहीं। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग में दो कार्यकाल 2005 से 2008 और 2008 से 2011 तक अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

शोक व्यक्त करने वालों में उपाध्यक्ष प्रो. दिलीप चारण (अहमदाबाद), डॉ. रजनी सिन्हा (जलगांव) एवं डॉ. अजय कुमार सिंह (राँची), सहसचिव डॉ. जयंत उपाध्याय (वर्धा), डॉ. सुधांशु शेखर (मधेपुरा) एवं डॉ. कविता भट्ट (श्रीनगर- गढ़वाल), कोषाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार (मुजफ्फरपुर), प्रधान संपादक प्रो. शैलेश कुमार सिंह (पटना) तथा संपादक प्रो. श्यामल किशोर (पटना), प्रो. पूर्णेन्दु शेखर (भागलपुर) एवं प्रो. अवधेश कुमार सिंह (बेगूसराय) के नाम शामिल हैं।