BNMU भूपेंद्र नारायण मंडल की 46 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम की रिपोर्ट। सच्चे समाजवादी थे भूपेंद्र नारायण मंडल : कुलपति

सच्चे समाजवादी थे भूपेंद्र नारायण मंडल : कुलपति

मधेपुरा। भूपेंद्र नारायण मंडल सच्चे समाजवादी और समाजवाद की जीती-जागती मिसाल थे। उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यह बात कुलपति डॉ. आरकेपी रमण ने कही। वे शनिवार को महामना भूपेंद्र नारायण मंडल की 46वीं पुण्यतिथि पर आयोजित पुष्पाजलि कार्यक्रम में बोल रहे थे।

कुलपति ने कहा कि भूपेन्द्र बाबू डाॅ. राम मनोहर लोहिया के अत्यंत करीबी थे और उन्होंने समाजवादी विचारों को धरातल पर उतारने में बड़ी भूमिका निभाई। अतः उनका नाम देश-दुनिया के समाजवादी विचारकों एवं नेताओं में अग्रगण्य एवं अद्वितीय है।

कुलपति ने कहा कि भूपेंद्र बाबू का समाजवाद झोपड़ी एवं बैलगाड़ी से निकला है। वे दूसरों के दुख-दर्द को पहचानते थे और हमेशा उसे दूर करने के लिए प्रयासरत रहते थे। वास्तव में उन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि आम लोगों के लिए जीवन जीया। वे सही मायने में गरीबों के रहनुमा और वंचितों की आवाज थे।

कुलपति ने कहा कि भूपेन्द्र बाबू मनसा, वाचा व कर्मना तीनों में एक थे। उनके सोच, कथनी एवं करनी में समानता थी। वे जो सोचते थे, वही बोलते थे और वही करते थे। यही उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।

कुलपति ने बताया कि इस वर्ष से भूपेन्द्र नारायण मंडल की जयंती (एक फरवरी) को विश्विविद्यालय कैलेण्डर में शामिल किया गया है। आगे इनकी पुण्यतिथि (29 मई) को भी कैलेण्डर में शामिल किया जाएगा।

प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह ने कहा कि भूपेंद्र बाबू सादगी, ईमानदारी एवं त्याग की प्रतिमूर्ति थे। वे स्कूली जीवन से ही राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत थे। राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें स्कूल से निष्कासित भी कर दिया गया था। इसके बावजूद वे अंतिम दम तक समाज एवं राष्ट्र की सेवा में लगे रहे। नई पीढ़ी के बीच भूपेंद्र बाबू के विचारों के प्रचार-प्रसार की जरूरत है।

कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद ने बताया कि पुण्यतिथि समारोह कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित एसओपी का पालन करते हुए सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया।

इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी नरेंद्र प्रसाद सिन्हा, कुलानुशासक डाॅ. विश्वनाथ विवेका, बीएओ डाॅ. एम. एस. पाठक, बीएनमुस्टा के महासचिव डाॅ. नरेश कुमार, जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अरूण कुमार, जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, सीनेटर प्रमोद कुमार आदि उपस्थित थे।