Poem। कविता। मिस यू ऑल माइ फ़्रेंड्स / अंजलि आहूजा, श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखंड

चाय में चीनी सी मीठी
समोसे की चटनी सी तीखी
कभी टेढ़ी सी कभी सीधी
तुमसे ही यारों यारी सीखी
वो बचपन की बेवक़ूफ़ियॉ
पेंसिलों की अदला बदलियॉ
अल्हड़ जवानी की गुफ़्तगू
कहे सुने बस मैं और तू
मेकअप, फ़ैशन और स्टाइल
काजल मसकारा और वो स्माइल
गर्ल फ़्रेड बॉय फ़्रेड आएँ जाएँ
दोस्ती का फेवीकोल बॉड न हिल पाए
हॉस्टल में अपनों सी बन जातीं सहेलियॉ
सुलझा ही देतीं जीवन की पहेलियॉ
वैलकम पार्टी की चहक से
फ़ेयरवेल के ऑसुओं का सफ़र
वो स्लैम बुक में सजी दिल की बातों का गहरा असर
कीप इन टच, फ़ॉर्रगेट मी नेवर, मिस यू ऑलवेज
बातें जो सज़ा गईं यादों का पिटारा
दिलों में चमकता है बन के सितारा
चल दिए सब राह अलग, ज़िंदगी की हर डोर अलग,
आज है सबका विरल, होगा कल भी सबका अलग
यादों में सहेजे वो दोस्त, गहराइयों में रहते हमेशा
मिलेंगे कहीं न कहीं, कभी न कभी
कहा जो सच था, झूठ नहीं
कीप इन टच, फ़ॉर्रगेट मी नेवर,
मिस यू ऑल माइ फ़्रेंड्स !!

अंजलि आहूजा
आहूजा भवन, कमलेश्वर रोड
श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड
पिन-246174