BNMU। खुशखबरी # एलायड सबजेक्ट में मिल सकेगा दाखिला

खुशखबरी # एलायड सबजेक्ट में मिल सकेगा दाखिला
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बीएनएमयू, मधेपुरा के विद्यार्थियों को शीघ्र ही अपने मूल विषय के अलावा उससे संबंधित एलायड विषयों में भी नामांकन का अवसर मिल सकेगा। इस बावत विश्वविद्यालय में एलायड सबजेक्ट की सूची तय कर उसे अनुमोदननार्थ राजभवन भेज दिया गया है। यह जानकारी जनसंपर्क पदाधिकारी सह उप कुलसचिव अकादमिक डाॅ. सुधांशु शेखर ने दी।

उन्होंने बताया कि राजभवन को एलायड सबजेक्ट की प्रस्तावित सूची के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज भी अकादमिक निदेशक प्रोफेसर डॉ. एम. आई. रहमान एवं कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद द्वारा हस्ताक्षरित कर भेज दिया गया है।

निर्णयानुसार एलायड सबजेक्ट की प्रस्तावित सूची स्नातकोत्तर एवं पीएच. डी. कोर्स के लिए मान्य होगी। वैसे पूर्व की तरह ही किसी भी विषय में संबंधित विषय के मूल विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। लेकिन संबंधित विषय के विद्यार्थियों/ अभ्यर्थियों की अनुपलब्धता की स्थिति में एलायड सबजेक्ट के विद्यार्थियों को नियमानुसार अवसर दिया जाएगा। किसी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त विद्यार्थी उस विषय से संबंधित एलायड सबजेक्ट्स से दूसरा स्नातकोत्तर डिग्री भी प्राप्त कर सकेंगे। नामांकन की शेष शर्तें पूर्ववत रहेंगी।

इस तरह अब वैसे विषय, जिसमें सीट खाली रह जाती हैं, उसमें एलायड विषयों के विद्यार्थी नामांकन ले सकेंगे। साथ ही वैसे विद्यार्थी, जो अपने विषय में सीट उपलब्ध नहीं होने के कारण नामांकन से वंचित रह जाते हैं, वे भी एलायड सबजेक्ट में नामांकन लेकर उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।

प्रस्तावित सूची के लागू होने से मानविकी के विषयों यथा- मैथिली, संस्कृत, दर्शनशास्त्र, उर्दू आदि में विद्यार्थियों की कमी कुछ हद तक दूर हो सकेगी। मैथिली में हिंदी, संस्कृत, अंगिका आदि, संस्कृत में दर्शनशास्त्र, हिंदी, प्राचीन भारतीय इतिहास आदि, अंग्रेजी में जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन आदि और उर्दू में परसियन एवं अरबी आदि के विद्यार्थियों का नामांकन हो सकेगा।दर्शनशास्त्र में हिंदी, संस्कृत, जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, मनोविज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, गाँधी विचार, अंबेडकर विचार, स्त्री अध्ययन आदि के विद्यार्थी भी नामांकन ले सकेंगे।

नाट्यशास्त्र एवं जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन आदि के विद्यार्थियों को हिंदी से स्नातकोत्तर एवं पीएच. डी. करने का अवसर मिल सकेगा। नामांकन ले सकेंगे।

एलायड सबजेक्ट का सामाजिक विज्ञान के विषयों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे इतिहास, राजनीति विज्ञान आदि अत्यधिक लोकप्रिय विषयों का दवाब कुछ कम होगा। वैसे छात्र जो कम अंक रहने के कारण अपने मूल विषय में नामांकन नहीं ले पाते हैं, उनके पास एलायड सबजेक्ट चयनित करने का विकल्प रहेगा।

इतिहास में प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व आदि और राजनीति विज्ञान में अंतरराष्ट्रीय संबंध, मानवाधिकार, गाँधी विचार, दर्शनशास्त्र आदि, अर्थशास्त्र में ग्रामीण अर्थशास्त्र, शिक्षाशास्त्र, गृह विज्ञान, गाँधी विचार आदि के विद्यार्थी भी नामांकन ले सकेंगे।

समाजशास्त्र में मानवशास्त्र, समाज कार्य आदि, मनोविज्ञान में दर्शनशास्त्र, शिक्षाशास्त्र, पर्यावरण विज्ञान, क्रिमिनल सायकलाॅजी, ऑर्गेनाइजेशनल विहेवियर आदि, गृह विज्ञान में मनोविज्ञान, फूड एंड न्यूट्रिशन, अर्थशास्त्र आदि, भूगोल में भूगर्भशास्त्र, पर्यावरण विज्ञान, गणित आदि के विद्यार्थियों को नामांकन का अवसर मिल सकेगा।

विज्ञान संकाय के विभिन्न विषयों में भी एलायड सबजेक्ट लागू होने से उच्च शिक्षा एवं शोध का अवसर बढ़ेगा। गणित में स्टेटिस्टिक्स, एस्ट्रोनोमी, एप्लायड फिजिक्स, कम्प्यूटर एप्लीकेशन आदि, भौतिकी में कम्प्यूटर एप्लीकेशन आदि और रसायनशास्त्र में बायोटेक्नोलॉजी, भौतिकी, बीटीएसपी आदि के विद्यार्थियों का नामांकन हो सकेगा।

वनस्पति विज्ञान में भूगर्भशास्त्र, पर्यावरण विज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी, बायोइन्फाॅर्मेटिक्स आदि, जंतु विज्ञान में फूड एंड न्यूट्रिशन, पर्यावरण विज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी, बायोइन्फाॅर्मेटिक्स आदि विषयों के विद्यार्थियों को नामांकन का अवसर मिलेगा।

मालूम हो कि तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय के कार्यकाल में एलायड सबजेक्ट कमिटी का गठन किया गया था और तत्कालीन मानविकी संकायाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. ज्ञानंजय द्विवेदी को संयोजक की जिम्मेदारी दी गई थी। समिति ने गहन विचार-विमर्श एवं चर्चा-परिचर्चा उपरांत विभिन्न विषयों के लिए एलाइड विषयों की सूची तैयार की। पुनः सूची के संबंध में आए सुझावों पर सम्यक् विचारोपरांत जनवरी 2020 में एलायड सबजेक्ट की सूची को अंतिम रूप दिया गया। सूची को एकेडमिक काउंसिल एवं सिंडिकेट की मंजूरी प्रदान की गई और फरवरी 2020 में आयोजित सीनेट के अधिवेशन में भी इसे अनुमोदित किया गया।

तदुपरांत अकादमिक निदेशक प्रोफेसर डॉ. एम. आई. रहमान के मार्गदर्शन में राजभवन द्वारा निर्धारित 22 प्वाइंट फार्मेट में आवश्यक सूचनाएँ दर्ज की गईं और उससे संबंधित सभी संलग्नक तैयार किया गया। अंततः कुलपति प्रोफेसर डॉ. राम किशोर प्रसाद रमण के आदेशोपरांत कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद ने एलायड सबजेक्ट की प्रस्तावित सूची 15 जनवरी, 2021 को अनुमोदननार्थ राजभवन सचिवालय प्रेषित कर दी है। आशा है कि शीघ्र ही राजभवन द्वारा कृपापूर्ण अनुमोदन प्राप्त हो जाएगा और फिर बीएनएमयू, मधेपुरा के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सकेगा।