Hindi। पद्मविभूषण से सम्मानित देश की प्रख्यात कलाविद् राष्ट्रकवि ‘अज्ञेय’ जी की पत्नी कपिला वात्स्यायन का निधन

पद्मविभूषण से सम्मानित देश की प्रख्यात कलाविद् राष्ट्रकवि ‘अज्ञेय’ जी की पत्नी कपिला वात्स्यायन का निधन

पद्मविभूषण से सम्मानित देश की प्रख्यात कलाविद् एवं राज्यसभा की मनोनीत सदस्य कपिला वात्स्यायन का निधन आज बुधवार को सुबह 9 बजे दिल्ली के गुलमोहर ऐंक्लेब स्थित उनके आवास पर हो गया। वह 91 वर्ष की थीं। कपिला वात्स्यायन के निधन से कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। वह राष्ट्रकवि, साहित्यकार सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की पत्नी थीं और साठ के दशक में अपने पति से तलाक के बाद वह एकांकी जीवन व्यतीत कर रही थीं।
25 दिसंबर 1928 को जन्मीं कपिला वात्स्यायन राष्ट्रीय आंदोलन की प्रसिद्ध लेखिका सत्यवती मलिक की पुत्री थीं। कपिला वात्स्यायन की शिक्षा- दीक्षा दिल्ली , बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय से हुई थी। वह राज्यसभा के लिए 2006 में मनोनीत सदस्य नियुक्त की गईं लेकिन लाभ के पद के विवाद के कारण उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता त्याग दी थी। इसके बाद वह दोबारा राज्यसभा की सदस्य मनोनीत की गईं । श्रीमती वात्स्यायन साठ के दशक में शिक्षा विभाग में सचिव पद पर भी कार्यरत थीं।

कपिला जी संस्कृति, कला तथा शिक्षा के क्षेत्र की असाधारण व्यक्तित्व रहीं। अन्य कई संस्थाओं के अलावा ‘ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ‘ की स्थापना उन्होंने ही की। उन्हें डॉ. एस. राधाकृष्णन, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. केएल श्रीमाली, प्रो. वीकेआरवी राव, डॉ. सी. डी. देशमुख, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, डॉ. कर्ण सिंह और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तथा राजीव गांधी जैसी महान् हस्तियों के साथ काम करने का अवसर मिला।

खगड़िया जिले अन्तर्गत नयागांव में उनके एक रिश्तेदार विजेंद्र वात्स्यायन ने कपिला वात्स्यायन जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती कपिला जी विलक्षण प्रतिभा की धनी थी, उन्होंने साहित्य, कला और संस्कृति के विकास के लिए ऐतिहासिक कार्य किया।

# मारुति नंदन मिश्र, नयागांव, खगड़िया, बिहार