BNMU एनएसएस डे पर कार्यक्रम आयोजित* राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा देता है एनएसएस : प्रधानाचार्य

*एनएसएस डे पर कार्यक्रम आयोजित*

राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा देता है एनएसएस : प्रधानाचार्य

राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) युवाओं को अपने परिवार, समाज एवं राष्ट्र से जोड़ता है। इसके माध्यम से हम अपने युवाओं को देश का आदर्श नागरिक बना सकते हैं।

यह बात प्रधानाचार्य डाॅ. कैलाश प्रसाद यादव ने कही। वे शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस (एनएसएस डे) पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय की एनएसएस प्रथम इकाई के तत्वावधान में किया गया।

*राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा देता है एनएसएस*
उन्होंने कहा कि एनएसएस का‌ सूत्र वाक्य “मैं नहीं, आप” है। इससे हमें अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज एवं राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा मिलती है। यह युवाओं में मानवीय मूल्यों, नैतिक संस्कारों एवं सामाजिक सरोकारों को बढ़ावा देता है।

*राष्ट्र को कुछ दें*
उन्होंने कहा कि हमारा जीवन हमारे परिवार, समाज एवं राष्ट्र पर निर्भर है। हम पूरे जीवन अपने परिवार, समाज एवं राष्ट्र से बहुत कुछ प्राप्त करते है। हमें भी राष्ट्र को कुछ देने का प्रयास करना चाहिए।

*देश में हैं 36 लाख से अधिक स्वयंसेवक*

कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि एनएसएस का संचालन भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा किया जाता है। देशभर में एनएसएस की लगभग 40 हज़ार ईकाइयाँ संचालित हैं और इसमें लगभग 36 लाख से अधिक स्वयंसेवक हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति का सर्वांगीण विकास है। इस दिशा में एनएसएस का काफी महत्व है, जो हमारे समग्र व्यक्तित्व के विकास का मार्ग प्रशस्त करता है।

*व्यक्तित्व का तो विकास करेगा ही स्नातक की डिग्री भी दिलाएगा*
उन्होंने बताया कि आज हमारी नई शिक्षा नीति में एनएसएस को पाठ्यक्रम का अंग बना दिया गया है। आज स्नातक की पढ़ाई के दौरान दो वैकल्पिक विषयों के साथ-साथ तीसरा वैकल्पिक विषय के रूप में एनएसएस का चुनाव किया जा सकता है। इस प्रकार एनएसएस विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का तो विकास करेगा ही स्नातक की डिग्री भी दिलाएगा।

*होगा नए भारत का निर्माण*
उन्होंने कहा कि युवा समाज एवं राष्ट्र के आधार स्तंभ हैं। युवाओं की सक्रिय भागीदारी से ही समाज-परिवर्तन एवं राष्ट्र-निर्माण का लक्ष्य पूरा हो सकेगा। हमारे देश की हालत बदलेगी और नए भारत का निर्माण होगा।

*सेवा में ही शक्ति है*

अतिथियों का स्वागत करते हुए मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने कहा कि एनएसएस हमें आम लोगों से जोड़ता है और हमें सेवा की प्रेरणा देता है। यह बताता है कि सेवा ही सबसे बड़ी शक्ति है। हम सेवा के जरिए ही अपने जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने राष्ट्रनायक स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और महाविद्यालय के संस्थापक महामना कीर्ति नारायण मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि किया।

इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता डॉ. राकेश कुमार, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, कि‌नशु कुमारी, प्रेरणा, मिथिलेश, अमित, विमल कुमार, खुशबू , मोनिका जोशी, शिवानी प्रिया, नूतन, पूनम, डिंपल कुमारी, कोमल कुमारी, जुगनू कुमारी, पुनीता, राजेश कुमार उदय कुमार, प्रवेश कुमार, अमित कुमार, कुमारी खुशबू, कोमल, जूही कुमारी, झूमा कुमारी, राहुल कुमार, राजेश कुमार, सोनम, ऐश्वर्या आनंद, अंजली कुमारी आदि उपस्थित थे।