BNMU राष्ट्रीय संगोष्ठी की तैयारी जारी। स्वतंत्रता संग्राम : मैथिली साहित्य-संस्कृति ओ दर्शन विषय पर होगी चर्चा।

राष्ट्रीय संगोष्ठी की तैयारी जारी
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स्वतंत्रता संग्राम : मैथिली साहित्य-संस्कृति ओ दर्शन विषय पर होगी चर्चा
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ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा और साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 13-14 मई को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी की तैयारियां जारी हैं। मंगलवार को प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने बीएनएमयू के उप कुलसचिव (अकादमिक) डॉ. सुधांशु शेखर और महाविद्यालय में मैथिली विभाग के अध्यक्ष डॉ. उपेंद्र प्रसाद यादव के साथ तैयारियों की समीक्षा की। प्रधानाचार्य ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष में स्वतंत्रता संग्राम : मैथिली साहित्य-संस्कृति ओ दर्शन विषयक संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है। महाविद्यालय परिवार इस आयोजन को सभी दृष्टियों से सफल एवं यादगार बनाने को तत्पर है।

*कार्यक्रम की रूपरेखा तय*
जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया संगोष्ठी की संपूर्ण रूपरेखा तय कर ली गई है और सभी संबंधित व्यक्तियों को आमंत्रण पत्र हस्तगत कराया जा रहा है। कार्यक्रमानुसार सिर्फ चयनित विद्वानों को आलेख पाठ का मौका, जबकि विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभाग और विभिन्न महाविद्यालयों में कार्यरत मैथिली विषय के शिक्षक एवं शोधार्थी चर्चा में भाग ले सकेंगे। पूरे कार्यक्रम का घर बैठे यू-ट्यूब चैनल बीएनएमयू संवाद के माध्यम से लाइव प्रसारण भी देखा जा सकेगा।

*कुलपति होंगे मुख्य अतिथि*
उन्होंने बताया कि कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण ने उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मैथिली परामर्श मंडल के संयोजक अशोक कुमार झा ‘अविचल’ को विषय प्रवर्तन करने और साहित्यकार ललितेश मिश्र को बीज वक्तव्य रखने की जिम्मेदारी दी गई है। समारोह की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. वीणा ठाकुर और धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव करेंगे। अतिथियों का स्वागत साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के उपसचिव एन. सुरेश बाबू और संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुधांशु शेखर को करेंगे।

*होगी चौदह आलेखों की प्रस्तुति*
उन्होंने बताया कि द्विदिवसीय सेमिनार में उद्घाटन सत्र के अतिरिक्त चार तकनीकी सत्रों में कुल चौदह आलेखों की प्रस्तुति होगी। प्रथम दिन प्रथम प्रथम तकनीकी सत्र में अध्यक्षा डॉ. वीणा ठाकुर (स्वतंत्रता संग्राम-मैथिली गीत-साहित्य) के अतिरिक्त डॉ. संजय कुमार मिश्र (मिथिलाक समवेत दार्शनिक चिन्तन आ स्वतंत्रता आंदोलन), शिवकुमार मिश्र (स्वतंत्रता संग्रामक परिपेक्षमे मिथिलाक सांस्कृतिक आ बौद्धिक योगदान) और भैरव लाल दास (स्वतंत्रता संग्राम – महात्मा गाँधी आ मिथिला) का‌ आलेख पाठ होगा।द्वितीय सत्र में अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार झा ‘अविचल’ (स्वतंत्रता संग्राम- मैथिली कथा साहित्य), डॉ. के. पी. यादव (स्वतंत्रता संग्राममे मधेपुरा आ पूर्णियाक साहित्यिक, सांस्कृतिक आ बौद्धिक योगदान),‌ डॉ. डी. एन. सिंह (मैथिली साहित्यमे उल्लिखित मिथिलाक स्वतंत्रता सेनानि) और सदानंद यादव (भारत छोड़ो आन्दोलन आ मैथिली साहित्य ओ समाज)
का आलेख-पाठ सुनिश्चित है।

उन्होंने बताया कि दूसरे दिन तृतीय सत्र में सत्राध्यक्ष ताराचंद वियोगी (स्वतंत्रता संग्राम आ मैथिली सन्त साहित्य), अजीत मिश्र (स्वतंत्रता संग्राम आ मैथिली काव्य साहित्य) एवं डॉ उपेंद्र प्रसाद यादव (स्वतंत्रता संग्राम आ मैथिलीक उपन्यास) का आलेख पाठ होगा। चतुर्थ सत्र में सत्राध्यक्ष डॉ. रामनरेश सिंह (स्वतंत्रता संग्राम आ कोशी परिसर), डॉ. अमोल राय (मैथिली लोक साहित्य आ स्वतंत्रता संग्राम) एवं रवींद्र कुमार चौधरी (स्वतंत्रता संग्राम आ मैथिली नाट्य साहित्य) अपने-अपने आलेख प्रस्तुत करेंगे।