BNMU। कुलपति का सम्मान समारोह। कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं शिक्षक : कुलपति

*कुलपति का सम्मान समारोह*

*कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं शिक्षक : कुलपति*

शिक्षण कोई पेशा नहीं है, बल्कि यह एक गुणधर्म है। जो इस गुणधर्म को धारण करते हैं, वहीं सही मायने में शिक्षक हैं और शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं।

यह बात कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही। वे ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में आयोजित अपने विदाई सह सम्मान समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय शिक्षक संघ द्वारा किया गया।

कुलपति ने कहा कि शिक्षक को हमेशा अध्ययन-अध्यापन से जुड़ा रहना चाहिए और निरंतर अपने ज्ञान का संवर्धन एवं परिमार्जन करते रहना चाहिए। साथ ही उन्हें अपने आचरण का विशेष ख्याल रखना चाहिए।

प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने कहा कि डॉ. रमण महाविद्यालय के छात्र, शिक्षक‌ एवं प्रधानाचार्य रहे हैं और संप्रति हमारे विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। यह इस महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है।

कार्यक्रम की शुरुआत में कुलपति का अंगवस्त्रम्, डायरी, कलम, राधा-कृष्ण की प्रतिमा एवं श्रीमद्भगवद्गीता भेंटकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. एम. एस. पाठक ने की। संचालन सचिव डॉ. मनोज कुमार मनोरंजन और धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष ले. गुड्डू कुमार ने किया।

इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ. आर. पी राजेश, अर्थपाल डॉ. ए. के मल्लिक , अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. एमके अरिमर्दन, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा कुमारी, के. पी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, डॉ. रोहणी, डॉ. सुमन्त राव आदि उपस्थित थे।