NSS शिविर का पाँचवाँ दिन। स्वास्थ्य जागरूकता परिचर्चा एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन *दिल की धड़कनों पर ही निर्भर है हमारा जीवन : डा. पंकज

शिविर का पाँचवाँ दिन

स्वास्थ्य जागरूकता परिचर्चा एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

*दिल की धड़कनों पर ही निर्भर है हमारा जीवन : डा. पंकज*

हृदय अर्थात दिल हमारे शरीर का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। यह 24 घंटे काम करता है और ताउम्र कभी भी आराम नहीं करता। हमारा जीवन दिल की धड़कनों पर ही निर्भर है।

यह बात हृदयरोग विशेषज्ञ डा. पंकज कुमार ने कही। वे रविवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर में स्वास्थ्य जागरूकता परिचर्चा एवं स्वास्थ्य शिविर में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि हृदय हमारे शरीर में छाती के मध्य में, थोड़ी सी बाईं ओर स्थित होता है। यह एक दिन में लगभग एक लाख बार एवं एक मिनट में 60-90 बार धड़कता है। यह हर धड़कन के साथ शरीर में रक्त को धकेलता रहता है। हृदय हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सही रखता है और बाकी अंगों को भी स्वस्थ को रखने में मदद करता है।

*सर्दियों में रखें विशेष सावधानी*

उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम में ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना अधिक रहती हैं। दिल की सेहत के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए और खान-पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। छाती में दर्द, पसीना छूटना, चक्कर आदि के लक्षण हो तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।

*पूरी नींद लें*

उन्होंने बताया कि नींद की कमी शरीर को असंतुलित कर सकती है। 6 घंटे से कम और 8 घंटे से अधिक सोने पर दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। अतः नियमित तौर पर 8 घंटे की पूरी नींद लेनी चाहिए।
*तनाव से बचें*

उन्होंने बताया कि तनाव बीमारियों की जड़ है। तनाव के बढ़ने से हमारे शरीर का संपूर्ण तंत्र असंतुलित हो जाता है और दिल पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

*सक्रिय रहें*
उन्होंने बताया कि हमें स्वास्थ सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। हमें अपने संपूर्ण स्वास्थ्य और विशेषकर दिल की सेहत का ध्यान रखना चाहिए। हमारे स्वास्थ्य के लिए ससमय संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, योग-ध्यान एवं शारीरिक श्रम आवश्यक है। साथ ही हमारा मन एवं मस्तिष्क प्रसन्न रहेगा, तो हम हमेशा स्वस्थ रहेंगे और हमारे दिल को भी शकुन मिलेगा।

*कोरोना से बचें*
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डा. अमरेंद्र नारायण शाही ने कहा कि सरकार एवं समाज के प्रयास से कोरोना वायरस पर बहुत हद तक नियंत्रण हुआ है। लेकिन इसका खतरा अभी तक टला नहीं है।महामारी का खतरा अभी भी टला नहीं है। तीसरी लहर आने की आशंका है। इसलिए हमें अभी भी कोई ढिलाई नहीं करनी चाहिए। हम सबों को कोरोना से सावधान रहना है।

उन्होंने सभी लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु निर्धारित सभी दिशानिर्देशों (एसओपी) हरसंभव पालन करने की सलाह दी और टीकाकरण अभियान को सफल बनाने पर जोड़ दिया।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण कोरोना से बचाव में सबसे कारगर हथिथार है। पहला डोज मिलने पर 80 प्रतिशत और दूसरा डोज मिलने पर शत-प्रतिशत बचाव संभव है। अतः सभी लोगों का पूर्ण टीकाकरण आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना एवं अन्य महामारियों-बीमारियों से बचाव हेतु हरसंभव प्रयास कर रही है। हमें लोगों के बीच सरकारी स्तर पर उपलब्ध सेवाओं के प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। अक्सर लोग जानकारी एवं जागरूकता के अभाव में बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।

सिंडिकेट सदस्य डाॅ. जवाहर पासवान ने कहा कि इस शिविर ने एक इतिहास रचा है।

सीएम साइंस कॉलेज, मधेपुरा में असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. संजय कुमार ने कहा कि शिविर के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन अनुकरणीय है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने की। संचालन जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर रामकृष्ण यादव, सीनेटर रंजन यादव, काउंसिल मेम्बर माधव कुमार, शोधार्थी द्वय सारंग तनय एवं सौरभ कुमार चौहान, बीसीए विभाग के के. के. भारती, बायोटेक के प्रणव कुमार प्रियदर्शी एवं गौरव कुमार सिंह (भागलपुर) आदि उपस्थित थे।

*आगामी कार्यक्रम*
शिविर के छठे दिन सोमवार को डाॅ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर राष्ट्र-निर्माण में
डाॅ. अंबेडकर का योगदान विषयक परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही डाॅ. अंबेडकर :  जीवन एवं दर्शन विषयक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा युवा चिकित्सक डा. सुनीति राय के निदेशन में दंत चिकित्सा शिविर भी आयोजित होगा।