कविता/अश्लेषा नक्षत्र का स्वागत* बरसाती प्रणाम / लता प्रासर, पटना

*अश्लेषा नक्षत्र का स्वागत*
बरसाती प्रणाम

  • जब से भादो आया है
    सबको ही मदमाया है
    नदियां उमड़ी उमड़ा पोखर
    हवा उड़ी उड़ी बौराय रे
    कभी पीटे दरवाजा
    कभी जुल्फी सहलाय रे
    बादल उमड़ घुमड़ छाया है
    जब से भादो आया है
    सबको मदमाया है
    कोई गाये‌ आल्हा कोइ विरहा गाये रे
    गोरिया ठुमके झूमर गाये रे
    हवा उड़ी उड़ी बौराय रे
    बाग बगीचे झूम रहे हैं
    किसान मस्ती में झूम रहें हैं
    कौन किसे समझाये रे
    हवा उड़ी उड़ी बौराय रे!

  • *लता प्रासर*                                                नाम – कुमारी लता प्रासर

जन्म-12/01/1979
शिक्षा-प्रवेशिका विज्ञान, स्नातक-हिन्दी, स्नातकोत्तर-हिन्दी एवं मगही, कम्प्यूटर डिप्लोमा,
प्रोजेक्टर ऑपरेटर ।
———-लेखन———

दैनिक अखबार : दैनिक जागरण, हिन्दुस्तान, प्रभात खबर, दैनिक भास्कर, सन्मार्ग, राष्ट्रीय सहारा, लोकसचेतक (लखनऊ), दि ग्राम टुडे (देहरादून),श

साप्ताहिक अखबार : दस्तक प्रभात, खबरें पूर्वांचल, ग्रेस इंडिया, अमर स्तम्भ,कोलकाता सारांश

मासिक पत्रिका : आजकल, लोकचिंतन, बुधवार, दोआबा, न्यूज इंडिया,रेलवाणी, लोकसचेतक (लखनऊ), साहित्य एक्सप्रेस, राजभाषा पत्रिका (बिहार सरकार), अभी श्री, भोजपुरिया झलक एवं मगही।

बेव पत्रिका : बेजोड़ इंडिया, पटना एक्सप्रेस, दैनिक खोज खबर इत्यादि कई पत्र पत्रिकाओं में कविता, कहानी,आलेख, लघुकथा इत्यादि छपते रहें हैं।

रुचि- बाईक ड्राइविंग एवं फोटोग्राफी
भाषा- हिन्दी, मगही, अंग्रेजी, उर्दू।

कार्य अनुभव : स्थानीय पत्रिकाओं में कई वर्षों तक न्यूज फोटोग्राफी
कैमररा पर्सन : पीटीएन न्यूज चैनल, समय न्यूज चैनल, डीडी बिहार फ्री लांसर, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्वागत महासचिव, चल छायाकार टी वी समाचार के लिये, पहली बार कैमरा 1997 में उठाई।

सम्मान : बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा सहभागिता सम्मान, बिहार हिंदी साहित्य सम्मान द्वारा सहभागिता सम्मान 2018, हिंदी दिवस समारोह एवं हिंदी सप्ताह 2017, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा हिंदी सेवी सम्मान 2017, अंग मदद फाउंडेशन द्वारा तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान 2018 का, बिहार सिविल सोसायटी द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मान, पत्रिका संघ द्वारा 2018 में सम्मानित, राष्ट्रीय प्रयास नाट्य मेला 2018 कवयित्री सम्मान, राष्ट्रीय कवि संगम एवं आरा युथ ग्रुप द्वारा आयोजित 2019 कवियत्री सम्मान, विष्णु प्रभाकर साहित्य सम्मान 2019 का, कृष्णदेव प्रसाद प्रथम मगही साहित्य सम्मान 2019 का, मां प्रभावती सम्मान की ओर से 2019 का काव्य विदुषी सम्मान
प्रकाशन : बिहार सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त ‘कैसा ये वनवास’ (पहली कविता संग्रह), मौसमी आशुकविताओं
का संग्रह कतार में।
संप्रति : मध्य विद्यालय में भाषा शिक्षिका
संपर्क : निर्मला कुंज,अशोक नगर, रोड नंबर-1, कंकड़बाग, पटना-20,