
संस्कृति को लेकर शोर बहुत है, लेकिन समझ बहुत कम : डॉ. आलोक टंडन
संस्कृति को लेकर शोर बहुत है, लेकिन समझ बहुत कम : डॉ. आलोक टंडन —– हम आज जिस दौर में हम जी रहे हैं, उसमें

संस्कृति को लेकर शोर बहुत है, लेकिन समझ बहुत कम : डॉ. आलोक टंडन —– हम आज जिस दौर में हम जी रहे हैं, उसमें

राष्ट्रीय सेवा योजना, बीएनएमयू, मधेपुरा और ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा (बिहार), भारत के संयुक्त तत्वावधान में पुस्तक-संवाद : *संस्कृति* 30 नवंबर, 2025 (रविवार) समय :
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