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Day: December 11, 2023

Bharat प्रधानमंत्री मोदी ने किया युवाओं के लिए ‘विकसित भारत @2047 पहल की शुरुआत
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Bharat प्रधानमंत्री मोदी ने किया युवाओं के लिए ‘विकसित भारत @2047 पहल की शुरुआत

प्रधानमंत्री मोदी ने किया युवाओं के लिए ‘विकसित भारत @2047 पहल की शुरुआत ——— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के सभी राजभवनों में सोमवार को विकसित भारत एक द रेट ऑफ 2047 : वॉयस ऑफ यूथ विषयक कार्यशाला का उद्घाटन किया और ‘विकसित भारत 2047: वॉयस ऑफ यूथ’ लॉन्च किया। राजभवन, पटना में भी विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री के संबोधन का लाइव प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री ने बिहार सहित देशभर के सभी राजभवनों में आयोजित कार्यशालाओं में संस्थानों के प्रमुख और संकाय सदस्यों को संबोधित किया। पीएम मोदी का दृष्टिकोण देश के युवाओं को देश की राष्ट्रीय योजनाओं, प्राथमिकताओं और लक्ष्यों के निर्माण में सक्रिय रूप से शामिल करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में व्यक्ति निर्माण होता है और व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण हो...
Bharat विकसित भारत एक द रेट ऑफ 2047 : वॉयस ऑफ यूथ
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Bharat विकसित भारत एक द रेट ऑफ 2047 : वॉयस ऑफ यूथ

https://www.youtube.com/live/JbB5EO4253U?si=jeWgIQnkuS_CCiMj   https://pmindiawebcast.nic.inकार्यशाला में भाग लेंगे बीएनएमयू के 10 शिक्षक। सभी शिक्षक पटना रवाना --- राजभवन, पटना में सोमवार (11 दिसंबर, 2023) को आयोजित कार्यशाला में बीएनएमयू की भी भागीदारी रहेगी। इसमें यहां से कुलपति प्रो. राजनाथ यादव के नेतृत्व में दस शामिल शामिल होंगे।   कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य विषय विकसित भारत एक द रेट ऑफ 2047 : वॉयस ऑफ यूथ है। इसमें सशक्त भारतीय, विकासशील एवं स्थायी अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार, गुड गवर्नेस एंड सिक्युरिटी तथा भारत एक विश्व विषयक पैनल डिस्कशन भी होना है।   उन्होंने बताया कि कार्यशाला का इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल मोड में करेंगे। इसमें बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर...
Book आवश्यक सूचना।‌ 50 प्रतिशत छूट पर पुस्तकें उपलब्ध।
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Gandhi गांधी को नमन

*गाँधी ...* ========= मेरे नाना जी श्री राम नारायण सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे और वे हमेशा हमें महात्मा गाँधी की कोई न कोई बात बताते रहते थे। उन्हीं के माध्यम से मेरी गाँधी के बारे में प्रारंभिक धारणाएँ बनीं। फिर स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के अवसर पर 'पूज्य बापू अमर रहे' का नारा लगाते हुए हमने यह महसूस किया कि आजादी में गाँधी का सबसे अधिक योगदान है या उस समय की समझ से कहें, तो आजादी गाँधी की ही देन है। बाद में गाँधी के बारे में और भी बहुत-बहुत कुछ पढ़ा। यह भी जाना कि आजादी सिर्फ गाँधी की देन नहीं है, इसमें अनगिनत ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों ने योगदान दिया है और गाँधी भी उनमें से एक प्रमुख नाम हैं। गाँधी के बारे में प्रचलित कई दुष्प्रचार भी मेरे कानों तक आए और उनका सहज निराकरण भी संभव हो सका। गाँधी की पुस्तक 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग अथवा आत्मकथा' और ...
Book सामाजिक न्याय (अंबेडकर विचार और आधुनिक संदर्भ
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Book सामाजिक न्याय (अंबेडकर विचार और आधुनिक संदर्भ

इस हफ्ते पढ़ी किताब : सामाजिक न्याय (अंबेडकर विचार और आधुनिक संदर्भ ) - सुधांशु शेखर सुधांशु शेखर उन चुनिंदा युवा लेखकों मे हैं जिन्होंने अपने शोधकार्य को बहुत गंभीरता से लिया है और उसके आधार पर हमारे आधुनिक इतिहास के महानायकों के जीवन दर्शन पर गंभीर लेखों और कृतियों का सृजन किया है । इसके पहले मैंने इसी कड़ी मे हिंद स्वराज को केंद्र मे रखकर गांधी दर्शन पर लिखी उनकी कृति पर भी लिखा था । यह सुधांशु की दूसरी महत्वपूर्ण कृति है जो हमें पूरी गंभीरता से अंबेडकर के विचारों और जीवन दर्शन से रूबरू कराती है ।   हिंद स्वराज और गांधी पर मेरा भी काफी अध्ययन रहा है इसलिए सुधांशु की उस कृति पर मेरी आलोचना अधिक समीचीन थी लेकिन सुधांशु की इस कृति से गुजरते हुए मुझे लगातार यह अहसास होता रहा कि मैं भी अंबेडकर की विचारधारा को बेहतर और समग्र रूप मे समझ पा रहा हूं ।निश्चित रूप से अंबेडकर को...
Birthday मित्र तुम्हें अशेष बधाई ! जयप्रकाश मानस
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Birthday मित्र तुम्हें अशेष बधाई ! जयप्रकाश मानस

मित्र तुम्हें अशेष बधाई ! -------------------------- आज मेरे ध्यान में सुबह से ही बिहार था और बिहार के साथ-साथ बिहार, बोधनगर, बाँका के युवा लेखक-समीक्षक मित्र डॉ. सुधांशु शेखर भाई भी थे। आज उनका जन्मदिन जो है । इस दुनिया मेरे बहुत बाद यानी 1982 में आकर भी सुधांशु मुझसे और मेरे जैसे कई चिंतन-मनन करने वालों से आगे निकल गये हैं। कई गंभीर मुद्दों पर उनकी आलोचनात्मक कृतियाँ आ चुकी हैं - वर्ण व्यवस्था - अंबेडकर-विचार औऱ आधुनिक संदर्भ, विमर्श और प्रतिक्रिया, दर्शन और राजनीति, गांधी विमर्श। अंबेडकर और गांधी जी पर उनकी जो किताब है, वह आज के प्रायोजित संदर्भों को ध्वस्त करती है। नये युग की नयी दृष्टि से उन्होंने गाँधी और अंबेडकर की शास्त्रीयता और मानवीयता को तटस्थ रूप से देखकर सामाजिक विडंबनाओं की गहरी पड़ताल की है । यूँ तो इन दोनों के दर्शन और सिद्धांतों पर हिंदी-अंगरेज़ी कई किताबें हैं, किन...
Bhupendalikaran aur Manvadhikar भूमंडलीकरण और मानवाधिकार
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Bhupendalikaran aur Manvadhikar भूमंडलीकरण और मानवाधिकार

विश्व मानवाधिकार दिवस की बधाई --------   पुस्तक प्रकाशित --- ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष एवं बीएनएमयू के उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर की पुस्तक 'गाँधी-अंबेडकर और मानवाधिकार' प्रकाशित हुई है। कुल 202 पृष्ठों की इस पुस्तक को के. एल. पचौरी प्रकाशन, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के तरूण विजय पचौरी ने हार्ड कवर में उच्च गुणवत्ता के साथ प्रकाशित किया है।   लेखक डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि प्रस्तुत पुस्तक में प्रस्तावना एवं उपसंहार सहित कुल तेरह अध्याय हैं। प्रस्तावना में विषय की आवश्यकता को रेखांकित किया है। अध्याय दो से पाँच तक क्रमशः 'दलित', 'स्त्री', 'धर्म' एवं 'राष्ट्र' को गाँधी की दृष्टि से समझने की कोशिश की गई है। आगे अध्याय छः से नौ तक पुनः क्रमशः 'दलित', 'स्त्री', 'धर्म' एवं 'राष्ट्र' को डॉ. अंबेडकर की दृष्टि से व्याख...