

Poem। कविता। जमीन से उखड़े हुए लोग
जमीन से उखड़े हुए लोग ********************* सर्दियोंं की गुनगुनी धूप में , बासी मक्के की रोटी और उसके ऊपर चना का साग, हम किसान के
जमीन से उखड़े हुए लोग ********************* सर्दियोंं की गुनगुनी धूप में , बासी मक्के की रोटी और उसके ऊपर चना का साग, हम किसान के
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में एम. एड में नामांकन हेतु नॉर्थ कैंपस के परीक्षा भवन में टेस्ट परीक्षा 9 दिसंबर बुधवार को आयोजित होगी।
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