*समाज को सही दिशा दे सकता है आध्यात्मिक साहित्य : कुलपति*
आज समाज में कई तरह की विकृतियाँ आ गई हैं और आम जनजीवन त्रस्त है। हमें मानव एवं समाज को इन संकटों से निकालना है।
यह बात कुलपति प्रोफेसर डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही। वे मंगलवार को सर्वनारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय, सहरसा के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. अशोक कुमार सिंह तोमर के उपन्यास ‘समाधान’ का लोकार्पण कर रहे थे। यह पुस्तक विशाल प्रिंट केयर, पटना से जून 2021 में प्रकाशित हुई है।
कुलपति ने कहा कि आध्यात्मिक साहित्य के माध्यम से मानव के मनोविकारों को दूर किया जा सकता है। आध्यात्मिकता व्यक्ति को आंतरिक बल देती है। आध्यात्मिक साहित्य ही समाज को सही दिशा दे सकता है।
इस अवसर पर लेखक ने बताया कि ‘समाधान’ उपन्यास में साहित्यिक, सामाजिक एवं ऐतिहासिक विषयवस्तु का समावेश किया गया है। लेकिन यह मूलरूप से एक आध्यात्मिक उपन्यास है।
कार्यक्रम में कुलानुशासक डाॅ. विश्वनाथ विवेका, विकास पदाधिकारी डाॅ. ललन प्रसाद अद्री, असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव आदि की महती भागीदारी रही।