*रेड रिबन क्विज प्रतियोगिता 4 सितंबर से*
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना द्वारा 4 सितंबर से 5 अक्टूबर तक एक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता रेड रिबन क्विज-2021 का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य युवाओं में एचआईवी-एड्स एवं स्वैच्छिक रक्तदान के संबंध में जागरुकता फैलाना है।
क्लब के विश्वविधालय संयोजक सह एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य विषय सामान्य जागरूकता, स्वास्थ्य, खेलकूद, समसामयिकी एवं सोशल मीडिया आदि से संबंधित वैकल्पिक ऑडियो- विडियो एवं चित्र पहचान है। यह प्रतियोगिता जिला, प्रमंडल एवं राज्य स्तर पर यह प्रतियोगिता होगी।
प्रतियोगिता के जिला नोडल पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पंजीकृत प्रतिभागियों को 4 सितंबर को आयोजित एलिमेशन राउंड में भाग लेना अनिवार्य है। इसमें प्रति जिला न्यूनतम 5 महाविद्यालय भाग लेंगे। इस राउंड में प्रति जिला प्रथम तीन दल को चयनित कर दल के दोनों सदस्यों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिला स्तर पर आने वाले प्रथम दल प्रमंडल स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लेंगे। प्रमंडल स्तर पर प्रथम आने वाले दलों के बीच राज्य स्तर पर प्रतियोगिता होगी। राज्य स्तर पर प्रथम आने वाले दल को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए भेजा जाएगा।
*बिहार में है 420 आरआरसी*
डाॅ. शेखर ने बताया कि एड्स के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेड रिबन क्लब (आरआरसी) का गठन किया गया है। बिहार के विभिन्न संस्थानों में 420 रेड रिबन क्लब सक्रिय है। साथ ही गत एक जुलाई को बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा सहित 28 शिक्षण संस्थानों में सेहत केंद्र का भी शुभारंभ किया गया है। सेहत केंद्र भी आरआरसी का सहयोगी केंद्र है।
*बीएनएमयू की अहम भागीदारी*
डाॅ. शेखर ने बताया कि 1990 की शुरुआत में एचआईवी के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई, जिसके बाद भारत सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की स्थापना की। इस संगठन का उद्देश्य देश में एचआईवी एवं एड्स के रोकथाम एवं नियंत्रण संबंधी नीतियाँ तैयार करना, उसका कार्यान्वयन एवं परिवीक्षण करना है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के क्रियान्वयन संबंधी अधिकार भी इसी संगठन को प्राप्त हैं। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यक्रम प्रबंधन हेतु प्रशासनिक एवं तकनीकी आधार तैयार किए गए। साथ ही बिहार सहित सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में एड्स नियंत्रण संगठन की स्थापना की गई। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति (बीएसएसीएस) के द्वारा समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। आरआरसी के विभिन्न कार्यक्रमों में बीएनएमयू, मधेपुरा की भी महती भागीदारी रहती है।
*क्यों जरूरी है प्रतियोगिता ?*
डाॅ. शेखर ने बताया कि
भारत विश्व में एड्स प्रभावित लोगों की सूची में तीसरे स्थान पर आता है। यहाँ 15 से 49 वर्ष की उम्र के बीच के लगभग 25 लाख लोग एड्स से प्रभावित हैं। अतः युवाओं के बीच एड्स को लेकर जागरूकता हेतु प्रतियोगिता का आयोजन आवश्यक है। साथ ही युवाओं को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करके हम जरूरत पड़ने पर लोगों को ससमय रक्त उपलब्ध करा सकेंगे और लोगों असमय मरने से बचाया जा सकेगा।