*बीएनएमयू के विभिन्न महाविद्यालयों में होगा ‘पॉक्सो एक्ट चैम्पियन’ कार्यक्रम*
बाल उत्पीड़न के मामलों को रोकने के लिए सरकार और अन्य हितधारकों के सहयोग से बच्चों को व्यक्तिगत सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और लैंगिक अपराधों आदि के बारे में अवगत कराना और इन अपराधों से संबंधित शिकायत एवं कानूनी प्रक्रिया के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना जरूरी है। इसी आलोक में स्वयंसेवी संस्था साक्षी द्वारा ‘पॉक्सो एक्ट चैम्पियन’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में भागीदारी हेतु सभी महाविद्यालयों को पत्र प्रेषित किया गया है।
जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में शीघ्र ही ‘पॉक्सो एक्ट चैम्पियन’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में ‘साक्षी’ के राकेश कुमार से प्रारंभिक बातचीत हुई है।
*क्या है ‘पॉक्सो’ ?*
डाॅ. शेखर ने बताया कि ‘पॉक्सो’ बाल यौन अपराध संरक्षण नियम का संक्षिप्त नाम है। यह बच्चों के हित और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए बनाया गया है। इसके अंतर्गत बच्चों को यौन अपराध, यौन उत्पीड़न तथा पोर्नोग्राफी से संरक्षण प्रदान किया जाता है। व्यक्तिगत सुरक्षा में बच्चों की शारीरिक सुरक्षा के साथ ही ऑनलाइन मंचों पर उनकी पहचान से संबंधित सुरक्षा के उपायों, भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को भी शामिल किया गया है।