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BNMU पटना में पुरस्कृत हुए बीएनएमयू के शिक्षक एवं विद्यार्थी। न्यू इंडिया कैंपैन एवं आरआरसी क्विज में राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिला पुरस्कार।

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*पटना में पुरस्कृत हुए बीएनएमयू के शिक्षक एवं विद्यार्थी*

*न्यू इंडिया कैंपैन एवं आरआरसी क्विज में राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिला पुरस्कार*

हर व्यक्ति को स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन जीने का अवसर मिले। कोई भी व्यक्ति आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न हो। इसके लिए हम सबको मिलकर आगे आना होगा।

यह बात बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कही। वे बुधवार को बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के तत्वावधान में आयोजित वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। समारोह में ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर एवं छात्रा प्रीति कुमारी और के. पी. कॉलेज, मुरलीगंज के मो. आदिल एवं सुरज कुमार सहित कई शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने पुरस्कार पाने वाले सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के स्वास्थ्य जागरूकता में किए गए योगदानों की सराहना की और सबों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मंत्री ने कहा कि विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं और विशेषकर एड्स पर नियंत्रण हमारे लिए एक चुनौती है। इस चुनौती से मुकाबला करने में सबसे बड़ा काम जागरूकता का है, जिसमें शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की बड़ी भूमिका हो सकती है। हमें दो स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। एक हम सभी खुद एड्स से बचें एवं दूसरे को भी बताएं और दूसरा जो किसी कारणवश एड्स पीड़ित हो गए हैं, उनको समुचित चिकित्सा मिले।

इस अवसर पर मुख्य परियोजना निदेशक आईएएस अंशुल अग्रवाल ने कहा कि हमारी यह कोशिश है कि स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियां समाज के अंतिम व्यक्ति आखिरी व्यक्ति तक पहुँचे। इसके लिए हमें
टीम की तरह कार्य करना है और बिहार को वर्ष
2030 तक एड्स-मुक्त करना है।

*सामूहिक मेहनत का फल है पुरस्कार : डॉ. शेखर*

डॉ. शेखर ने बताया कि बीएनएमयू को पुरस्कार न्यू इंडिया कैंपेन और आरआरसी क्विज प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए मिला है। यह पुरस्कार इसमें भाग लेने वाले सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं नोडल पदाधिकारियों तथा सभी विद्यार्थियों के सामूहिक मेहनत का फल है।

इस अवसर पर यूनिसेफ की नफीसा बिनते शफीक, अपर परियोजना निदेशक नरेंद्र कुमार गुप्ता, सहायक निदेशक (युवा) आलोक कुमार सिंह, पटना विश्वविद्यालय की डॉ. सुहेली मेहता, जे. डी. वीमेंस कॉलेज, पटना की डॉ. हीना रानी, डॉ. अनुराधा पाठक (बेतिया), मो. सफिक (अररिया), रूपम, राहुल कुमार, बलराम कुमार, रोहित कुमार आदि उपस्थित थे।

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