सार्क इंटरनेशनल स्कूल में सम्मान समारोह आयोजित
*जूनियर में हर्ष प्रताप, आयुष एवं मितिका और सीनियर में परी एवं प्रणव बने स्कूल टॉपर*
*बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी : डॉ. सुधांशु शेखर*
बचपन मानव जीवन की नींव है। इसी नींव पर हमारा पूरा जीवन खड़ा होता है। इसलिए बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
यह बात दर्शनशास्त्र विभाग, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कही। वे शनिवार को सार्क इंटरनेशनल स्कूल, मधेपुरा में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन सेकंड फॉर्मेटिव एग्जाम के क्लास एवं स्कूल टॉपर्स के सम्मानार्थ आयोजित किया गया।
डॉ. शेखर ने कहा कि बच्चों के ऊपर ही हमारे समाज एवं राष्ट्र का वर्तमान एवं भविष्य दोनों निर्भर है। इसलिए बच्चों को पढ़ाते हुए शिक्षकों के मन में यह भाव होना चाहिए कि वे मात्र नौकरी नहीं कर रहे हैं, बल्कि राष्ट्र-निर्माण में योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन हमारा अपना चुनाव है। हम जो चुनते हैं, वही बनते हैं। इसलिए बच्चे हमेशा अपने जीवन में श्रेयष्कर मार्ग का चयन करें और कभी भी परिश्रम से जी नहीं चुराएं।
*हमेशा बेहतर करने का करें प्रयास : डॉ. अमिताभ कुमार*
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए बीएनएमवी कॉलेज, मधेपुरा के असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) डॉ. अमिताभ ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास को गति देते हैं। उन्होंने सफल बच्चों को बधाई दी और उन्हें और बेहतर करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही अन्य विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने सफल मित्रों से प्रेरणा लें और यह संकल्प लें कि अगली बार सफलता उनके हाथों में आएगी।
सम्मानित अतिथि रजाउर रहमान ने कहा कि क्लास और स्कूल टॉपर को सम्मानित करने की पहल काफी सराहनीय है। इससे दूसरे संस्थानों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।
*बच्चों का सर्वांगीण विकास सार्क इंटरनेशनल स्कूल की पहली प्राथमिकता*
सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए सार्क इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर अबू जफर ने कहा कि यह स्कूल अपने सीमित संसाधनों के साथ सदैव बच्चों के सर्वांगीण विकास को संकल्पित है। इस कड़ी में समय-समय पर बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सार्क इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि किसी भी परीक्षा का परिणाम हमारे मेहनत का दर्पण होता है। इसलिए हमें हमेशा बेहतर रिजल्ट को प्रयासरत रहना चाहिए।
उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजन का मूल उद्देश्य बच्चों की आंतरिक शक्ति को जगाना और उन्हें लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित करना है। अपने क्षेत्र में सफल लोगों के हाथों से सम्मान प्राप्त करना बच्चों के लिए एक गौरव का पल होता है।
*गोल्ड, सिल्वर,ब्रॉन्ज के रेस में कुल 44 बच्चे*
इसके पूर्व अतिथियों को पुस्तक एवं पत्रिका भेंटकर सम्मानित किया गया। अतिथियों द्वारा सफल विद्यार्थियों को गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किया गया। गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रॉन्ज की रेस में कुल 44 छात्र-छात्राएं शामिल रहीं। बिग्नर में हर्ष प्रताप सिंह, प्री प्रेप में आयुष राज, मितिका, प्रेप में सागर गुप्ता, वहीं वन टू टेन में क्रमश माही दिनकर, प्रकाश , प्रियांशु राज,परी राज, सानिधि कुमारी, होजैफ असगर, प्रणव कंठ, आकिब शैख, रयान अहमद , राज वर्धन क्लास टॉपर्स रहे। ओवर ऑल रिजल्ट में प्ले सेक्शन में हर्ष प्रताप सिंह, आयुष राज एवं मीतिका कुमारी शत-प्रतिशत रिजल्ट के साथ और वन टू टेन में परी राज एवं प्रणव कंठ 97.33 के साथ स्कूल टॉपर रहे। इन सबों का अतिथियों द्वारा विशेष उपहार भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर रिपब्लिकन टाइम्स के जियाउर रहमान, परीक्षा नियंत्रक आशीष मिश्रा, शिक्षिका प्रसन्ना ……….. आदि सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।